समग्र समाचार सेवा
बर्लिन, 19 मार्च। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध भीषण रूप ले चुका है। कई दौर की वार्ता के बाद भी दोनों देशों के बीच युद्ध अभी जारी है। ऐसे में जर्मनी ने शुक्रवार को घोषणा की है कि सात देशों का समूह (जी-7) 24 मार्च को ब्रसेल्स में एक शिखर सम्मेलन के दौरान यूक्रेन पर रूस के आक्रमण पर चर्चा करेगा। नाटो की बैठक के एक आपातकालीन शिखर सम्मेलन में यूक्रेन में रूस की निरंतर आक्रामकता के लिए उपायों पर भी चर्चा होगी।
जी–7 के विदेश मंत्रियों ने की थी मुलाकात
दरअसल, जी-7 के विदेश मंत्रियों ने गुरुवार को मुलाकात की थीं, जहां वे रूस पर दबाव बनाए रखने और यूक्रेन को अधिक मानवीय सहायता प्रदान करने पर सहमत हुए। सूत्रों के मुताबिक जी-7 शिखर सम्मेलन का नेतृत्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन करेंगे। निक्केई एशिया की रिपोर्ट के अनुसार, जी-7 समूह के नेता रूस और बेलारूस के खिलाफ अतिरिक्त प्रतिबंधों और अन्य उपायों पर चर्चा कर सकते हैं। साथ ही कच्चे तेल की बढ़ती कीमत सहित ऊर्जा बाजार को कैसे स्थिर किया जाए, इस पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
शिखर सम्मेलन में उठ सकता है यूक्रेनी शरणार्थियों का मुद्दा
यूक्रेन के लिए बढ़ती सहायता और यूक्रेनी शरणार्थियों को स्वीकार करने वाले पड़ोसी देशों के लिए समर्थन को भी एजेंडे में रखने की संभावना है। निक्केई एशिया की रिपोर्ट के मुताबिक, जी-7 के अन्य सदस्यों की तरह मास्को के खिलाफ जापान के रुख के बारे में जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा रूस पर आर्थिक दबाव बढ़ाने की अपनी सरकार की नीति की व्याख्या करेंगे। राजनयिक सूत्रों के अनुसार, किशिदा के बेल्जियम की राजधानी की यात्रा करने की भी उम्मीद है। जी-7 के नेताओं ने 24 फरवरी को एक आभासी शिखर सम्मेलन आयोजित किया था। जिस दिन रूस ने यूक्रेन पर बड़े पैमाने पर हमला किया था।