समग्र समाचार सेवा,
बरेली, 19 अगस्त। भारत सरकार ने तीन तलाक़ का कानून 2019 में ही पारित कर दिया था , फिर भी आये दिन तीन तलाक़ के मामले आ ही रहे है।
ताज़ा मामला , उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक हलाला का मामला सामने आया है। जहां एक मुस्लिम महिला को तीन तलाक दे दिया गया है और उस पर हलाला का दबाव बनाया जा रहा है। इस मामले में शादी के बाद पत्नी को मामा के पास छोड़कर तीन तलाक दे दिया गया क्योंकि वह दहेज के लिए इन्वर्टर नहीं ला पाई थी। वहीं दहेज के लिए दो लाख रुपये की मांग भी की जा रही थी।
आरोप है कि उसने दो बार जबरन गर्भपात कराया और विरोध करने पर पति ने उसकी पिटाई कर दूसरी शादी कर ली। वहीं अब अब इस मामले में हलाला का भी दबाब बनाया जा रहा है। लिहाजा बुधवार को आरोपी के खिलाफ तीन तलाक एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
जानकारी के मुताबिक हाफिजगंज इलाके में रहने वाली महिला की शादी 15 दिसंबर 2019 को उसी कस्बे में रहने वाले एक युवक से हुई थी। पीड़िता का कहना है कि शादी के दौरान माता-पिता ने चार लाख रुपये खर्च किए थे। लेकिन, पति और ससुराल वाले संतुष्ट नहीं थे। वे इन्वर्टर और दो लाख रुपये लाने का दबाव बना रहे थे। जब दहेज के लिए असमर्थता जताई तो उन्होंने मारपीट शुरू कर दी। महिला ने बताया कि देवर उस महिला (भाभी) पर बुरी नजर रखता था और शिकायत करने पर उसे पीटा गया।
पीड़िता का कहना है कि कुछ दिन पहले पति ने चुपचाप दूसरी शादी कर ली। जब उसने विरोध किया तो पति ने उसे तीन तलाक कहकर 15 दिन पहले घर से निकाल दिया। आरोप है कि ससुराल वाले अब वापस लौटने की बात कह रहे हैं कि देवर को हलाला करना पड़ेगा।
बताते चले कि पिछले महीने भी यूपी के रामपुर में एक महिला का हलाला का मामला सामने आया था। जिसमें पति ने पत्नी को तीन तलाक दिया था और उसके बाद पत्नी की घर वापसी के लिए देवर के साथ हलाला की शर्त रखी थी। इस मामले में महिला के साथ उसके देवर ने रेप भी किया था। जिसके बाद महिला ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।