समग्र समाचार सेवा
पटना, 14जून। बिहार में पूर्ण शराबबंदी है उसके बावजूद शराब माफिया अवैध रूप से शराब की बिक्री कर रहे हैं। कोरोना लॉकडाउन खत्म होते ही शराब माफिया एक बार फिर तेजी से एक्टिव हो गए हैं। इन दिनों अवैध तरीके से लाई गई शराब की खेप की संख्या काफी बढ़ गई है।
पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल से लगातार शराब की बड़ी खेप को अलग-अलग तरीकों से बिहार लाया जा रहा है और उसे खपाया जा रहा है। पिछले 24 घंटे के अंदर मद्य निषेद्य के अलग-अलग स्पेशल ऑपरेशन ग्रपु (एसओजी) ने पटना, समस्तीपुर और सुपौल में कार्रवाई को अंजाम दिया है।
पटना के दानापुर के कोठिया बाजार का प्रिंस गुप्ता अपने साथियों के साथ मिलकर काफी समय से दूसरे राज्यों से शराब लाकर पटना के रूपसपुर, सगुना मोड़ सहित आसपास के इलाके में होम डिलीवरी करता रहा है। पुलिस से बचने के लिए इसने उसकी क्रेटा कार पर प्रेस लिखवा रखा था।
मिली सूचना के आधार पर शनिवार सुबह 9 बजे के करीब एसओजी-11 की अगुवाई करते हुए डीएसपी सिंधु शेखर सिंह की टीम ने जेपी सेतु की ओर से आ रही दो के्रटा कारों को रोका और उसकी तलाशी ली। पहले तो प्रेस के नाम पर प्रिंस गुप्ता ने पुलिस पर धौंस दिखाने की कोशिश की, मगर डीएसपी के कड़े रुख को देख वह डर गया। फिर कार की तलाश ली गई और दोनों ही गाड़ियों के अंदर से भारी मात्रा में विदेशी शराब पकड़ी गई। मद्य निषेद्य के एसपी संजय कुमार सिंह के अनुसार शराब की इस खेप को उत्तर प्रदेश के पढ़ड़ौना से लाया जा रहा था। इस मामले में कुल 5 तस्करों को पकड़ा गया है। इनके खिलाफ दीघा थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं पर पूछताछ भी की गई है।
वहीं बिहार के समस्तीपुर जिले के मोहनपुर आउटपोस्ट क्षेत्र अंतर्गत एक घर में एसओजी-1 ने घर से ही शराब के अवैध कोरोबार को आॅपरेट किए जाने की पक्की सूचना के आधार पर छापेमारी की। टीम ने घर के एक-एक कोने को खंगाला। जांच के दौरान एक जगह पर बहुत सारी मिट्टी जमा थी, जिसे टॉर्च की लाइट में हटाया गया। तब वहां पर एक चेंबर मिला। टीम में शामिल जवानों ने चेंबर के ढक्कन को जब हटाया तो उसके अंदर शराब से भरी बोतलों के बहुत सारे कार्टन रखे हुए थे। इस कार्रवाई में 1581.45 लीटर शराब जब्त की गई है। एक पिकअप वैन, दो बाइक, एक स्कूटी और तीन मोबाइल को भी जब्त किया गया है।