अनामी शरण बबल
गोवा। राजनीतिक अस्थिरता के लिए हमेशा कुख्यात रहे गोवा में अल्पमत में होने के बाद भी भाजपा का सत्ता शासन बरकरार है। दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर परिकर के व्यक्तित्व सादगी सरलता सहजता और मोहक ईमानदार छवि का ही कमाल था कि अल्पमत में होने के बावजूद कांग्रेस ने भी इनको पद से हटाने की पहल नहीं की। मगर लंबे समय से बीमार मनोहर परिकर के दिवंगत होने के बाद राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं। कांग्रेस भी सता पाने की होड़ में लगी है। मगर कांग्रेस के पता खोलने से पहले ही भाजपा ने तमाम दलों को एकत्रित करके सरकार बना ली। प्रमोद सावंत गोवा के नये सीएम बन गए, वहीं राज्य के दो डिप्टी सीएम के तौर पर सुदिन धवलीकर और विजय सरदेसाई दोनों डिप्टी सीएम बनाए गए हैं। प्रमोद सावंत सीएम और सुदिन धवलीकर- विजय सरदेसाई आज रात ही डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे।
उल्लेखनीय है कि सुदिन धवलीकर महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी के नेता हैं और विजय सरदेसाई गोवा फॉरवर्ड पार्टी के नेता हैं। इनके समर्थन से ही कांग्रेस को मात देकर भाजपा गोवा में सता बचाने में कामयाब रही। प्रमोद सावंत फिलहाल गोवा विधानसभा के स्पीकर हैं। सावंत उत्तरी गोवा स्थित सैनक्वलिम विधानसभा सीट से विधायक थे। वह पेशे से एक आयुर्वेद चिकित्सक हैं। वे दिवंगत मुख्यमंत्री पर्रिकर के काफी करीबी थे। बीते साल सितंबर में कांग्रेस ने प्रमोद सावंत को विधानसभा अध्यक्ष के पद से हटाने का नोटिस दिया था। कांग्रेस का दावा था कि गोवा विधानसभा में बीजेपी सरकार अल्पमत में थी, इसके बावजूद प्रमोद सांवत के चलते भाजपा सरकार बची रही।इधर कई दिनों से इनके नाम की चर्चा हवा में थी। प्रमोद का नाम बीते 2-3 दिनों से लगातार उछल रहा था। माना जा रहा हैं कि गोवा में बीजेपी के दल प्रमोद के नाम पर अन्य सभी दल एकमत हो गए। पहले सहमति नहीं बन पा रही थी मगर दो डिप्टी सीएम के प्रस्ताव पर बात बन गयी और अब इस पर सहमति बन गई है।
रविवार को गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का 63 वर्ष की उम्र में देहांत हो गया था और सोमवार को उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। पर्रिकर काफी समय से बीमार चल रहे थे। मनोहर परिकर मुख्यमंत्री अब देश के 18 वें मुख्यमंत्री हो गए जिनकी पद पर रहते हुए मौत हो गयी।