देश भर में बदले की आग, सीआरपीएफ दस्ते पर हमला, 42 से अधिक सेना शहीद,50 से अधिक घायल, दर्जनों की हालत गंभीर।
अनामी शरण बबल
जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर बम और गोलियों से हमला, 40 जवान शहीद, जैश- ए – मोहम्मद ने ली जिम्मेदारी पूरे देश में गुस्से की लहर
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने एक बार फिर सुरक्षाबलों को अपना निशाना बनाया है। पुलवामा में अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में सुरक्षाबलों के काफिले पर जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन ने हमला किया. इस दौरान आईईडी धमाका हुआ। इस धमाके में 40 से अधिक जवान शहीद हो गए और 45 से भी ज्यादा जवान गंभीर रूप से घायल हैं।
घायलों को नजदीकी सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इसके साथ ही पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि काफिले में सीआपीएफ की करीब चार दर्जन से भी अधिक गाड़ियों के काफिले में कोई 2500 से अधिक जवान सवार थे। आतंकियों ने सुरक्षाबलों की एक गाड़ी को निशाना बनाया है। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। सीआरपीएफ का काफिल जम्मू से श्रीनगर तक राष्ट्रीय राजमार्ग से जा रहा था। वाहनों के कोई दो किलोमीटर लंबे दस्ते की सूचना पाकर आतंकी संगठन ने अफरा तफरी में आत्मघाती कार से सेना वाहन में टक्कर मारकर ब्लास्ट कर दिया। जिससे अफरा तफरी ख़ून लाशों का ढेर लग गया।
आतंकी विस्फोट इतना भयावह था कि यह हमला पिछले एक दशक में यह सबसे बडा आतंकी हमला है। इस हमले में जानमाल के नुकसान का सही सही आंकलन नहीं लगाया जा सका है। शहीद जवानों की सही सही पहचान अभी तक नहीं की जा सकी है। इस घटना की सही तस्वीर कल सुबह तक आने की उम्मीद है। जिससे इस हमले के नुक्सान का पता लग पाएगा।
सीआरपीएफ के सूत्रों का कहना है कि सड़क पर एक चार पहिया वाहन में आईडी लगाया गया था। कार हाईवे पर खड़ी थी। जैसे ही सुरक्षाबलों का काफिला कार के पास से गुजरा, उसमें ब्लास्ट हो गया. इस दौरान काफिले पर फायरिंग की भी खबर है। देर रात ख़बर लिखे जाने तक इस हमले में 40 सीआरपीएफ जवानों की मौत की सूचना है, जबकि करीब 50 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। पूरे इलाके की पूरी सरगर्मियाें के साथ निगरानी छानबीन तलाश का दौर जारी है। राज्यपाल सतपाल मलिक ने पूरे राज्य को अलर्ट कर दिया है।
** आत्मघाती आतंकी हमला, तालिबान जैसा था तरीका
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने बड़ा आतंकी हमला करके पूरे देश को सन्न कर किया है। इस हमले में अभी तक 40 जवानों के शहीद होने की खबर है। ये संख्या और बढ़ सकती है। घायल जवानों की संख्या भी 50 बताई जा रही है। इस बीच जैश-ए-मोहम्मद ने दावा किया है कि उसके आतंकवादी ने इस आत्मघाती हमले को अंजाम दिया है।
उसके आतंकी आदिल अहमद उर्फ वकास ने विस्फोटक से भरी उस गाड़ी को उड़ाया है। जैश ने इस घटने की जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि आदिल पुलवामा के गुंडीबाग इलाके का ही रहने वाला था। धमाके से पहले जवानों की गाड़ी पर फायरिंग भी की गई है। जवानों का ये काफिला जम्मू से श्रीनगर कश्मीर की ओर जा रहा था।
जानकारों का कहना है कि आतंकियों ने जिस तरह से ये हमला किया है, इस तरीके का इस्तेमाल आम तौर पर अफगानिस्तान और पाकिस्तान में सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए किया जाता है। लेकिन काफी समय बाद आतंकी कश्मीर में इतना बड़ा हमला करने में कामयाब हो गए। इससे पहले 18 सितंबर 2016 को आतंकियों ने उरी में बड़ा हमला किया था, जिसमें 19 जवान शहीद हुए थे।यह हमला इस सदी का सबसे बड़ा आतंकी हमला था।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने मीडिया से कहा है कि आतंकियों ने कार में धमाका करके ये हमला किया है. उन्होंने इसे सुसाइड अटैक की आशंका जाहिर की है।
** पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा जवानों का बलिदान बेकार नहीं🤨जाएगा, शहीदों के परिवार के साथ है समूचा देश
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में उरी से भी बड़ा आतंकी हमला हुआ है। हमले में 40 जवानों के शहीद होने की आशंका है। हालांकि अभी तक पुष्टि नहीं हुई है। वहीं 50 से अधिक जवान गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यह हमला जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाकर किया गया है। इस काफिले में 2500 जवान शामिल थे। घटना के कई घंटों बाद अब पीएम मोदी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हमला घिनौना है। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। उन्होंने कहा कि बहादुर जवानों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा। पीएम मोदी ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी बात की है। पीएम मोदी ने कहा कि शहीदों के परिवारों के साथ पूरा देश है।
बता दें कि इससे पहले घटना की निंदा करते हुए जनरल वीके सिंह ने ट्वीट किया कि- एक सिपाही और भारतीय नागरिक होने के नाते ऐसे कायराना हमले से मेरा खून खौलता है। जवानों के खून के एक-एक बूंद का बदला लिया जाएगा। होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने इस घटना को बेकार नहीं जाने दिया जाएगा। इस हमले में सुरक्षाबल के 40 से अधिक जवान शहीद हुए हैं। हमले के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाए दी है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने हमले की निंदा की है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इस हमले के बाद मोदी सरकार की निंदा की है।कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर इस हमले की निंदा की है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी डीजीसीआरपीएफ आरआर भटनागर से पुलवामा हमले के बाद बात की। केंद्रीय मंत्री और पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह ने कहा है कि शहीदों के खून की एक-एक बूंद का बदला लेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को पुलवामा हमले की निंदा की है। राहुल गांधी ने कहा कि इस हमले से वह काफी दुखी हैं। शहीदों के परिवार के प्रति वह संवेदना व्यक्त करते हैं। उमर अब्दुल्ला ने भी हमले के बाद ट्वीट किया कि इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है, ये एक फिदायीन हमला है। उन्होंने कहा कि घाटी में एक बार फिर 2004-05 जैसा माहौल होता जा रहा है। राज्यपाल सतपाल मलिक ने माना कि इतने बड़े पैमाने पर काफिले को एक साथ लेकर चलना भी बड़ी चूक है। एक साथ रोड मार्ग से जवानों का चलना भी सही तरीका नहीं है। इस मामले की भी जांच होगी।