नयी दिल्ली। साढे तीन माह के बाद अंततः 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी ऋषि कुमार शुक्ल को सीबीआई का नया डायरेक्टर (निदेशक) नियुक्त किया गया है। वह कार्यकारी डायरेक्टर नागेश्वर राव की जगह लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई इस सीट की अगुवाई वाली हाई पावर कमेटी ने शनिवार को यह फैसला लिया। जिसमें विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्ला के नाम पर आपत्ति की थी।आलोक वर्मा को पद से हटाए जाने के बाद से सीबीआई के नये डायरेक्टर की तलाश हो रही थी।
ऋषि कुमार शुक्ला मध्य प्रदेश कैडर के 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। अभी तक वह मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग बोर्ड में डायरेक्टर जनरल की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। बतौर सीबीआई डायरेक्टर ऋषि कुमार शुक्ला का कार्यकाल दो साल का होगा।
इससे पहले शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई डायरेक्टर की नियुक्ति को लेकर केंद्र सरकार को फटकार लगाई। कोर्ट ने जल्द से जल्द नए सीबीआई डायरेक्टर की नियुक्ति के आदेश दिए थे। शीर्ष अदालत ने पूछा था कि सीबीआई में कब तक अंतरिम निदेशक की स्थिति बनी रहेगी? कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार और सिलेक्शन कमिटी ने तेजी दिखाई और ऋषि कुमार शुक्ला का नाम सीबीआई के नए चीफ के तौर पर फाइनल हुआ।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले कथित भ्रष्टाचार के आरोप में सीबीआई डायरेक्टर आलोक कुमार वर्मा को सरकार ने उनके पद से हटा दिया था। उनका ट्रांसफर फायर सर्विस और होमगार्ड डिपार्टमेंट में बतौर डीजी कर दिया गया था। आलोक वर्मा पर उन्हीं के डिप्टी रहे राकेश अस्थाना ने कदाचार और भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगाए थे।
वर्मा ने इस कदम को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती भी दी थी। लेकिन, बाद में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। लेकिन, गृह मंत्रालय ने उनका इस्तीफा अभी तक मंजूर नहीं किया है। मंत्रालय ने आलोक वर्मा को कहा है कि वह एक दिन के ड्यूटी पर आए। बता दें कि आलोक वर्मा 39 साल की सेवा के बाद 31 जनवरी 2019 को बिना किसी विभाग के खामोशी से रिटायर हो गए।। ।।।