गया, बिहार: बोधगया में 15 नाबालिग लामाओं से अप्राकृतिक यौनाचार के मामले में पुलिस ने बांग्लादेशी बौद्धभिक्षु भंते सुजाय को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पॉक्सो एक्ट के तहत गया के विष्णुपद थाने में केस दर्ज किया गया है। गया के एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि पूछताछ के दौरान पीड़ित लामाओं ने जो बयान दिया है वो काफी चौंकाने वाले और चिंताजनक हैं।
बता दें कि बुधवार को प्रसन्ना ज्योति नवीस स्कूल व मेडिटेशन सेंटर के 15 बच्चों ने संचालक बांग्लादेशी बौद्ध भिक्षु पर अनैतिक यौनाचार का आरोप लगाया था। उसके बाद कल रात में ही आरोपी बौद्धभिक्षु को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पीड़ित सभी बच्चे असम के रहने वाले हैं।
देर रात एसएसपी राजीव मिश्र ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। उसके बाद तीन अन्य भिक्षुओं सहित तीन स्थानीय लोगों को हिरासत में लिया गया था।
वहीं, इस घटना को लेकर गुरुवार को इंटरनेशनल बुद्धिस्ट काउंसिल ने बीटीएमसी ने आपात बैठक की। जिसमें सभी ने घटना की निंदा की। महासचिव भंते प्रज्ञा दीप ने कहा कि आरोपी भिक्षु आईबीसी का सदस्य नही है। वह स्वतंत्र रूप से संस्था चला रहा था।
एसएसपी ने बताया कि अभी बच्चों को असम भवन में रखा गया है। मेडिकल के लिये सिविल सर्जन से डॉक्टरों की एक टीम का गठन करने का भी अनुरोध किया गया है साथ ही पीड़ित बच्चों की काउंसलिंग भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि पीड़ित बच्चों का मजिस्ट्रेट के समक्ष 164 के तहत बयान भी लिया जायेगा।