नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार के वरिष्ठ मंत्री अरुण जेटली ने वित्तमंत्री के रूप में बुधवार को कामकाज संभाल लिया है. वे आज सुबह वित्त मंत्रालय पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी कार्य जिम्मेवारी पुन: संभाल ली. जेटली ने तीन महीने के अवकाश के बाद आज वित्त मंत्रालय में वापसी की. वे किडनी के ऑपरेशन के कारण डॉक्टरों की सलाह पर लंबे अवकाश पर थे. हालांकि पिछले दिनों राज्यसभा के उपसभापति चुनाव में मतदान के लिए संसद पहुंचे थे. जेटली राज्यसभा के नेता भी हैं.
वित्त मंत्री के रूप में उन्हें जिम्मेवारी सौंपे जाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुशंसा पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुहर लगा दी थी.
#PresidentKovind as advised by the Prime Minister @narendramodi has directed to assign the portfolios of the Minister of Finance and Minister of Corporate Affairs to Shri #ArunJaitley.
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— PIB India (@PIB_India) August 23, 2018
जेटली की अनुपस्थिति में रेलमंत्री पीयूष गोयल वित्त एवं कॉरपोरेट मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे. जेटली डॉक्टरों की सलाह के कारण भाजपा के शीर्ष नेता अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद उनको श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में चाह कर भी भाग नहीं ले सके थे.
लंबे अवकाश के दौरान भी आर्थिक मोर्चे पर सरकार के नीतिगत फैसलों पर जेटली की ही छाप रही. उनके अवकाश के दौरान ही वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार अरिवंद सुब्रमण्यन ने उन्हें अपना इस्तीफा भेजा और जेटली ने उनके लिए भावुक फेसबुक पोस्ट लिखा और सरकार व देश के लिए उनकी सलाह की भविष्य में भी जरूरत बतायी.