कर्नाटक में दोनों दलों के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सीएम कुमारास्वामी ने हाल ही में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि कम से कम 2019 के लोकसभा चुनाव तक तो उन्हें कोई छू नहीं सकता है। कर्नाटक में जिन परिस्थितियों में कांग्रेस-जेडीएस ने गठबंधन की सरकार बनाई और जिस प्रकार का विवाद मंत्रीपद को लेकर सामने आया है, उसके बाद कई बार कांग्रेस और जेडीएस की गठबंधन वाली सरकार के भविष्य को लेकर सवाल उठ चुके हैं।
दोनों दलों मे बजट को लेकर मतभेद
कांग्रेस और जेडीएस के बीच बजट को लेकर मतभेद बढ़ते जा रे है। कैबिनेट पद और अब बजट को लेकर नए विवाद ने गठबंधन सरकार की परेशानी बढ़ा दी है। लगे हालात ऐसे है कि जुलाई को पहला बजट पेश करने से पहले ही सरकार गिरने के कयास तक लगाए जाने लगे है।मंत्रिमंडल में संख्या और फिर कैबिनेट पद को लेकर नाराजगी का आलम ये है कि कोई कांग्रेस नेता बात करने को तैयार नहीं है।
येदियुरप्पा की अमित शाह से मुलाक़ात
हाल ही में सिद्धरमैया का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने कुमारस्वामी के नए बजट और पूर्ण कर्ज माफी के फैसले का पुरजोर विरोध करते दिखाई दिए थे। जबकि दूसरी ओर, बीएस येदियुरप्पा भी पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के लिए अहमदाबाद गए हुए हैं। कर्नाटक में बजट पेश करने को लेकर मचे घमासान के बीच येदियुरप्पा के चुपचाप अहमदाबाद चले जाने को लेकर भी कयासों का दौर जारी है। ऐसी खबरें हैं कि येदियुरप्पा अमित शाह से कर्नाटक के हालात पर बात करने के अलावा सरकार बनाने की संभावनाओं पर भी चर्चा कर सकते हैं। कई कांग्रेस विधायकों के बीजेपी के संपर्क में होने की खबरों ने कर्नाटक में सियासी पारे को चढ़ा दिया है।
सिद्धारमैया ने पहले भी किया था बजट का जेडी (एस)-कांग्रेस समन्वय समिति के अध्यक्ष और कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया इस वक्त हिमाचल के धर्मशाला में नैचुरोपैथी की शरण में हैं। सिद्धारमैया ने कहा है कि वो इस समय ब्रेक पर हैं और अपने इलाज के दौरान फोन पर बात भी नहीं कर रहे हैं। जबकि दूसरी ओर, ये भी कहा जा रहा है कि वो अपने विश्वसनीय एसटी सोमशेखर, बी सुरेश और एन मुनिरत्न के साथ लगातार बातचीत करते रहे हैं।