जेडीयू नेता संजय सिंह ने सोमवार को कहा, ‘2019 में बिहार के सीएम नीतीश कुमार के बिना बीजेपी का जीतना मुश्किल है।’ यहीं नहीं उन्होंने राज्य के बीजेपी नेताओं को ‘कंट्रोल’ में रहने की हिदायत भी दी है।
संजय सिंह ने कहा, ‘हेडलाइंस देने की चाहत रखने वाले राज्य के बीजेपी नेताओं को कंट्रोल में रहना चाहिए। 2014 और 2019 में काफी अंतर है। बीजेपी भी जानती है कि वह नीतीश जी के बिना जीतने में सक्षम नहीं है। अगर बीजेपी को सहयोगी दलों की जरूरत नहीं है तो वह बिहार की सभी 40 सीटों पर लड़ने के लिए आजाद हैं।’
2019 मे होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सीट बटवारे पर बिहार में सत्तारूढ़ बीजेपी-जेडीयू गठबंधन की लड़ाई अब पूरी तरह से सतह पर आ गई है। जेडीयू ने बीजेपी के नेताओं को उनके बयानों के लिए ही आड़े हाथ लिया लेकिन अभी गठबंधन मे सब कुछ ठीक होने का दवा किया।
बता दें कि जेडीयू ने सीटों के बंटवारे पर प्रस्ताव दिया था कि गठबंधन में शामिल चारों पार्टियों (भारतीय जनता पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी, जेडीयू और आरएलएसपी) को 2015 के विधानसभा में प्रदर्शन के आधार पर सीटें दी जाएं। दरअसल, ऐसा होने पर सबसे ज्यादा फायदा जेडीयू को होना है क्योंकि उसका प्रदर्शन 2015 के चुनाव में सबसे अच्छा रहा था।
बीजेपी नेताओं ने उठाए थे कुछ सवाल
2015 के समय विधानसभा चुनाव मे सिर्फ २४३ सीटों मे से जेडीयू को 71, बीजेपी को 53, एलजेपी और आरएलएसपी को दो-दो सीटें मिलीं थीं। उस समय राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और जेडीयू का गठबंधन था और दोनों ने मिलकर सरकार बना ली थी। जेडीयू की ओर से साफ कहा गया था कि बिहार में एनडीए के नेता नीतीश होंगे और पार्टी ने 25 सीटों पर दावा जताया था।