चोर चूहा : बिहार का सबसे बड़ा चोर चूहा , पुलिस हैरान परेशान

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अनामी शरण बबल

नयी दिल्ली / पटना। यह कोई हंसी मजाक या लोककथा की कोई कहानी नहीं है। बल्कि अचरज अचंभो से भरपूर बिहार के एक मॉडर्न चोर की हाईप्रोफाइल कहानी है। चोरी की घटनाएं भी ऐसी कि लाखों करोड़ों की चोरी हो जाने के बाद भी सरकार और पुलिस इस चोर को न पकड़ सकती है और न कोई कार्रवाई ही कर सकती हैं। 
जी हां बिहार में आज-कल एक नया चोर सुर्खियों में है और वह  चोर है चूहा। जी हां  चोर चूहा या चूहा चोर। यह  चोर इन दिनों लगातार चर्चा के  केंद्र में हैं। बात चाहे शराब गटकने की हो या फिर बांध तोड़ने की चूहों की चर्चा ही मुख्य अपराधी के रूप में सामने प्रकट हुआ है। चोर की करामात तो देखिए। बिहार में शराबबंदी के बाद पकड़ी गयी लाखो लिटर शराब को गोदाम में चूहे पी गए। करोड़ों रुपए की शराब  चूहे गटक गए और सुशासन राज  के मुख्यमंत्री से लेकर पुलिस के आला अधिकारियों से लेकर हवलदार और गोदाम के पहरेदारों  को शराब की चोरी के लिए जिम्मेदार रैट गैंग के कारनामे का पता भी नहीं चला। हजारों पुलिसकर्मियों की मेहनत और धरपकड़ के बाद जब्त शराब के लापता होने का मामला भी ठंडे बस्ते में चला गया। 
इसी तरह बाढ़ की तबाही से बचाव के लिए सुशासन राज में कुछ नदियों पर बांध बनाने का फैसला किया गया। सुशासन कुमार ने अपने विश्वस्त इंजीनियरों को करोड़ो रुपयों की लागत से पुल बनवाने का काम चालू किया और बारिश के आते ही नवनिर्मित पुल गिर गया। पुल के एकाएक टूटने से बाढ़ इसकीक जांच आरंभ हुई, और सुशासन राज में अंततः जांच का निष्कर्ष यह निकला कि पुल की मिट्टी को चूहों द्वारा खोद खोद कर खा जाना। यानी रैट गैंग ने बड़ी मात्रा में एकजुट होकर इस पुलिया की बुनियादी जमीन को खोदकर खा लिया। जिससे पुल बिना बुनियादी होकर धरधराकर ढह गयी। पुलिया के टूटने की इस जांच रिपोर्ट और निष्कर्ष से एकबार फिर बिहार की जनता अचंभित रह गयी। मगर पूरी जनता भी मुख्यमंत्री की तरह संतुष्ट हो गयी कि पुल गिरने में लालची स्वार्थी हो भ्रष्ट इंजीनियरों ठेकेदारों और अधिकारियों की मिलीभगत या सांठगांठ की कोई गलती नहीं हो सकती। इस घटना के लिए फिर जिम्मेदारी रैट गैंग के सिर पर  मढ़ा गया।
 इस तरह बिहार में चूहों का कारनामा फिर सुर्खियों में था बिहार के चोर चूहा चोर द्वारा सबसे बड़ा कारनामा  हाई प्रोफाइल चोरी का है जिसके आरोपी या यूं कहें गुनाहगार भी एक बार फिर चूहे ही बने या बनाये गए हैं। दरअसल पटना के एक बड़े ज्वेलरी शॉप से चूहों की इस करतूत की खबर निकल कर सामने आई।  ज्वेलरी शॉप में उस वक्त हड़कंप मच गया जब ज्वेलरी के स्टॉक से हीरे के दो ज्वेलरी गायब मिले। दुकान के मालिक को अपने कर्मचारियों पर शक हुआ लेकिन सभी ने अपने आप को बेगुनाह बताया। इसके बाद पटना के बोरिंग रोड स्थित इस ज्वेलरी शॉप में लगे सीसीटीवी के फुटेज को खंगाला गया तो चौंकने वाली तस्वीर सामने आई। ज्वैलरी की दुकान की जमीन के भीतर सुरंग में रह रहे रैट गैंग फिर सक्रिय हो गए। दुकान बंद होने के बाद रात में रातभर चूहों की टोली ज्वैलरी की दुकान से जेवरात उठा उठाकर अपने सुरंग में जमा करने लगे। यह मामला तब खुला जब दुकान की सबसे कीमती हीरे के कुछ जेवरात लापता हो गए। शक की सूई सभी कर्मचारियों पर थी, मगर कोई हल नहीं निकलने पर सीसीटीवी को खंगाला गया। जिसमे रैट गैंग के कारनामों का पर्दाफाश हुआ। चोर चूहों के माल गोदाम तक जाने के लिए दुकान की जमीन की खुदाई की गयी तो दर्जनों डिबिया मिले। एक बार फिर चूहे की चोरी का राज खुला,मगर इसके समाधान अभी तक नही मिल रहा है और बिहार में रैट गैंग सक्रिय हैं। ।।

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