असम के लोगों का मानवधिकार हऩन हो रहा है: शाह का एनआरसी पर जवाब

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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्य सभा सासंद अमित शाह ने मगंलवार को सभी विपक्षी पार्टियों को ‘राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण’ में रुख साफ करने को कहा। शाह ने नई दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में पत्रकार वर्ता के दौरान ‘एनआरसी’ के मुद्दे पर सभी विपक्षी पार्टी को आडे हाथों लिया। शाह ने कहा क्या असम के लोगों का मानवधिकार हनन नही हो रहा है? ये कहां तक वाजिब है की देश के संसाधनों का उपयोग विदेशी करें ?

प्रेस कांफ्रेस से पहले अमित शाह राज्य सभा में एनआरसी के मुद्दे पर अपनी बात रख रहे थे, लेकिन विपक्ष के हंगामे के चलते राज्य सभा को बुधवार 11 बजे तक स्तगित कर दिया गया। शाह ने अपनी बात प्रेस कांफेस के जरिए रखनी चाही शाह ने कहा, “एनआरसी देश की सुरक्षा के लिए है..एनआरसी पर अन्याय होने का माहौल बनाया जा रहा है..नागरिकों की सुरक्षा ही हमारी प्राथमिकता है।“

आपको बता दें तृणमूल कांग्रेस और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एनआरसी के मुद्दे पर बीजेपी को घेरने के फिराक में हैं। इससे पहले टीएमसी की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने एनआरसी पर बीजेपी को हिन्दु-मुसलमान पर बांटने का आरोप लगाया था। आईएनसी भी बीजेपी को देश की छवि खराब करने का आरोप लगा चुकी है।

इन्ही सभी आरोपों के जवाब में शाह ने टीएमसी और कांग्रेस को बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर अपना रुख साफ करने को कहा। शाह ने कहा, हम सिर्फ सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन कर रहे हैं…कांग्रेस जब सरकार में थी तो कुछ बोलती थी और अब कुछ..हम असम के लोगों के साथ खिलवाड़ नही कर सकते हैं नागरिकों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।

एनआरसी के तहत असम में रह रहे सभी लोगों की नागरिकता की जांच की जा रही है जिसमें की पंजीकरण के माध्यम से बांग्लादेशी घुसपैठियों या अन्य लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। अभी तक 3.29 करोड़ लोगों के दस्तावेजों की जांच की जा चुकी है जिसमें की 2.89 करोड़ लोगों के दस्तावेज सही पाए गये हैं। बाकी बचे 40 लाख लोगों को दुबारा मौका दिया जाएगा अपनी नागरिकता साबित करने का।

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