प्रसन्नता का अवसर- एक प्रेरक कहानी
प्रसन्नता का अवसर- एक प्रेरक कहानी
एक मेंढक बडी उग्र तपस्या करने लगा।
क्षुद्र प्राणी की इतनी प्रबल निष्ठा देखकर शंकर जी दयार्द्र हो उठे, उनने उससे पूछा-वत्स तुझे कुछ कष्ट तो नहीं?’’
मेंढक ने कहा-भगवन् पड़ोस में एक दुष्ट सर्प रहता है…
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