Browsing Tag

आपातकाल

म्यांमार: लोकतंत्र बनाम सैन्य तानाशाही की जंग स्वतंत्रता के बाद से सत्ता संघर्ष

पूनम शर्मा 1948 में ब्रिटेन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद म्यांमार में सत्ता को लेकर लोकतांत्रिक ताक़तों और सैन्य जुंटा के बीच संघर्ष लगातार जारी रहा है। यह संघर्ष समय-समय पर खुली राजनीतिक टकराहट और तख़्तापलट के रूप में सामने आया है।…
Read More...

संतोष भारतीय का आईजीएनसीए के अध्यक्ष राय साहब के नाम खुला पत्र

समग्र समाचार सेवा नई दिल्ली, 3 जुलाई: चौथी दुनिया के पूर्व संपादक संतोष भारतीय ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष राम बहादुर राय को पहला मीसा बंदी के नाम पर संबोधित करने पर अपनी आपत्ति दर्ज की है। उन्होंने राय साहब को एक पत्र…
Read More...

मुख्यमंत्री सैनी ने की आपातकाल की निंदा, सेवानिवृत्त IAS डॉ. एसपी गुप्ता को किया सम्मानित

समग्र समाचार सेवा गुरुग्राम, 30 जून: कांग्रेस द्वारा लगाए गए आपातकाल के काले अध्याय के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, 28 जून को गुरुग्राम में 'संविधान हत्या दिवस' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कड़ी में गुरुग्राम विश्वविद्यालय और हिपा…
Read More...

आपातकाल के 50 साल: लोकतंत्र सेनानियों ने पेंशन और JP संग्रहालय की माँग उठाई

समग्र समाचार सेवा नई दिल्ली, 27 जून:  25 जून, 2025 को भारत के इतिहास के एक काले अध्याय के 50 साल पूरे होने पर, नई दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में एक विशेष सम्मेलन और संवाद गोष्ठी का आयोजन किया गया। संपूर्ण क्रांति राष्ट्रीय मंच और…
Read More...

संविधान से ‘सेक्युलर’ और ‘सोशलिस्ट’ शब्द हटाए जाएँ? RSS ने उठाया सवाल

समग्र समाचार सेवा नई दिल्ली, 27 जून: भारतीय संविधान की प्रस्तावना में शामिल 'सेक्युलर' (धर्मनिरपेक्ष) और 'सोशलिस्ट' (समाजवादी) शब्दों को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने इन शब्दों की संवैधानिकता पर सवाल उठाया है।…
Read More...

फिर कभी न लौट पायें वो काले दिन

25 जून, 1975 को देष में लगी आपातस्थिति को आज 50 वर्ष हों गये हैं, लेकिन उन काले दिनों की याद आज भी मन मस्तिक पर वैसे ही ताज़ा है। उस दौर में श्री जय प्रकाष नारायण जी का आंदोलन अपनी चरम सीमा पर था। इसी दौरान 12 जून 1975 को इलाहाबाद…
Read More...

आपातकाल की अनसुनी कहानी: संजय गांधी की ‘स्पेशल हॉटलाइन’ और इंदिरा का शासन

अशोक कुमार भारत के इतिहास में 25 जून 1975 का दिन एक काले अध्याय के रूप में दर्ज है, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी थी। यह 21 महीनों का वह दौर था जब नागरिक स्वतंत्रताएं निलंबित कर दी गईं, प्रेस पर…
Read More...

आपातकाल: भारतीय लोकतंत्र का एक काला अध्याय

समग्र समाचार सेवा नई दिल्ली, 3जुलाई। भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में आपातकाल (1975-1977) एक ऐसा अध्याय है, जिसे आज भी काले अक्षरों में लिखा जाता है। यह वह समय था जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को देश में आपातकाल घोषित…
Read More...

अब राहुल गाँधी ने वायनाड छोड़ने का किया फैसला,अब प्रियंका वाड्रा लड़ेगी वायनाड से

 *कुमार राकेश आख़िरकार केरल के वायनाड में वही हुआ,जो पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा था.श्रीमती ईरानी का दावा था कि कांग्रेस नेता राहुल गाँधी वायनाड छोड़ देंगे और रायबरेली के सांसद रहेंगे.लेकिन उस कहानी में  में एक नया अध्याय…
Read More...

‘आपातकाल में लाखों निर्दोष जेल गए, प्रेस की आजादी छीनी गई’ इमरजेंसी लागू करने के लिए कांग्रेस पर…

समग्र समाचार सेवा नई दिल्ली,25जून।सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने वर्ष 1975 में आज के दिन देश में आपातकाल लागू किये जाने को लेकर कांग्रेस की आलोचना की है। एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र पर काले धब्बे की…
Read More...