नर्मदा के प्रबलवेग को अपने कमण्डल में भरने वाले योगी-देवदूत आदिषंकराचार्य पर पढ़िए उनका सम्पूर्ण…
आत्माराम यादव पीव(मेरी पुस्तक आस्था के दीप से )।
आदिशंकराचार्य जी के विषय में कुछ भी लिखना मुझ जैसे व्यक्ति के लिये वही बात होगी जैसे कोई सूरज को दीपक दिखाये किन्तु सागर को अंजुली में भरने का यह अपराध में साशय कर रहा हॅू ताकि आप तक उनका…
Read More...
Read More...