मकान और घर में फ़र्क़ होता है
स्निग्धा श्रीवास्तव
मैं मकान लेकर कहीं जाऊंगा थोड़े ही ...एक कहानी घर और मकान की.....
मैं कल अपनी पुरानी सोसाइटी में गया था,जहां पहले मैं रहता था। वहां मैं जब भी जाता हूं, मेरी कोशिश होती है कि अधिक से अधिक लोगों से मेल मुलाकात हो…
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