लोकनायक श्रीराम / 9
- प्रशांत पोळ
और सीता की दृष्टि, उस अद्भुत हिरण पर पड़ी..!
वह मृग सभी अर्थों में विलक्षण था. अत्यंत सुंदर था. अवर्णनीय था. उसे देखते ही जनक नंदिनी सीता में, उस सुवर्ण मय मृग के चमड़े से, आसन बनाने की चाह निर्माण हुई. सीता ने…
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