चंदा और धूत जैसा हर कर्जे में जुड़ा होता है सूत
पहले ऐसा लगता था कि शायद कॉर्पोरेट घराने, धंधों में घाटे के कारण बैंकों के कर्ज नहीं चुका पाते लेकिन अब तो धीरे-धीरे इसकी परतें खुलने लगी हैं कि बैंक और कॉर्पोरेट घराने आपसी सहमति से बैंकिंग के पैसे पर ही धंधा करते हैं और दोनों की…
Read More...
Read More...