शत शत नमन- चिरंतन यात्री परम आदरणीय मृदुला जी सिन्हा को
कुमार राकेश।
अब वो कभी नहीं मिल पायेगी.अब तो चली गयी.इहलोक को छोड़कर अपने स्वर्गलोक..जी हाँ अपनी,आपकी ,हम सबकी आदरणीय मृदुला जी सिन्हा.आज सुबह जल्दी पहुँचने की इच्छा थी.अपनी गाडी की बैटरी भी शोकाकुल लगी.फिर ओला की मदद ली,उनके…
Read More...
Read More...