जोधपुर में आज भी रावण के वंशज करते हैं उसका श्राद्ध, मनाते हैं शोक का दशहरा
पूनम शर्मा
जोधपुर के नीले शहर की संकरी गलियों और ऐतिहासिक किलों के बीच हर साल दशहरा का उत्सव कुछ अलग रूप ले लेता है। जब पूरे देश में रावण के पुतले जलाए जा रहे होते हैं, लंका के “दुष्ट राजा” को प्रतीक बनाकर बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव…
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