जब विचाराधीन कैदी को भी भोजन पानी पहुंचता है तो विचाराधीन शिवलिंग को क्यों नहीं- अविमुक्तेश्वरानन्द
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 9 जून। भारतीय संविधान में भी प्राणधारी देवता को 3 वर्ष के बालक के समकक्ष समझा जाता है। ऐसे में ज्ञानवापी क्षेत्र में प्रकट हुए भगवान आदि विश्वेश्वर को भी अन्न जल पहुचना चाहिए। हत्या के अपराधी को भी जब…
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