तीन बड़े घोटाले, एक सवाल: क्या 2025 में मिलेगा न्याय?
पूनम शर्मा
भारत की न्यायिक प्रणाली और राजनीतिक तंत्र अक्सर एक-दूसरे से टकराते दिखाई देते हैं। जब सत्ता, अपराध और न्याय व्यवस्था का संगम होता है, तो यह तय कर पाना मुश्किल हो जाता है कि कौन दोषी है और कौन पीड़ित। हाल के वर्षों में ऐसे कई…
Read More...
Read More...