अपने ही धार्मिक संस्कार को अपनाने में हिन्दूओं को ही परहेज क्यों?
पूजा बंसल
जब मैं किसी मुस्लिम परिवार के पांच साल के बच्चे को भी बाक़ायदा नमाज़ पढ़ते देखती हूँ तो लगता है मुस्लिम परिवारों की ये अच्छी चीज़ है कि वो अपना धर्म और अपने संस्कार अपनी अगली पीढ़ी में ज़रूर देते हैं। कुछ पुचकार कर तो कुछ डराकर,…
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