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जेपी संस्मरण

लोकनायक जयप्रकाश नारायण का प्यार, स्नेह और संबल मेरी पूँजी है

शीतला शंकर विजय मिश्र सेनानी करो प्रयाण अभय- भावी इतिहास तुम्हारा है ये नखत अमाँ के बुझते हैं सारा आकाश तुम्हारा है*॥ जयप्रकाश है नाम समय की करवट की अंगड़ाई का। भूचाल बवंडर के ख़्वाबों से भरी हुई तरुणाई का। है जयप्रकाश वह नाम…
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