Browsing Tag

गृह निर्माण

गृह निर्माण मे वैदिक ऋषि की दूरदर्शिता

सुबोध कुमार। AV6.106 आदर्शगृह व्यवस्था अथर्व 6.106 साधारण तौर पर, ज्वालामुखी अग्नि से सुरक्षा और अत्यंत शीतकाल में सुखदायक घर । 1. आयने ते परायने दूर्वा रोहन्तु पुष्पिणीः । उत्सो वा तत्र जायतां ह्रदो वा पुण्डरीकवान् । ।AV6.106.1…
Read More...