शिक्षक का सम्मान: राष्ट्र का सम्मान
हमारे समाज में शिक्षक को सदैव ईश्वर तुल्य माना गया है। “गुरु गोविंद दोउ खड़े, काके लागूं पाय” जैसी उक्ति इस बात की गवाही देती है कि भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान सर्वोच्च रहा है। परंतु आज के इस तथाकथित आधुनिक और विकसित होते समाज में…