‘ये आँखें’

'ये आँखें' हृदय का दर्पण हैं ये आँखें पलकों के पर्दे से ढकी समुद्र की गहराई लिए ये आँखें खुशी से छलक जाती हैं ये आँखें दुःख में बह जाती हैं ये आँखें जब कुछ न भी बोलो तब भी बहुत कुछ कह जाती हैं ये आँखें । कभी चुलबुलाहट थी इनमें अब…

जो होना था, वही हुआ…

जीवन का उद्देश्य जो चाहा, वह हुआ नहीं। जो मिला उस से गिला नहीं। जीवन में बस ऐसे ही चीजें होती रही। जो होना होता है वहीं होता है मैं यह नहीं मानता था, क्या हुआ और क्यों यह भी नहीं जानता जीवन में बस ऐसे ही चीजें होती गई। आदमी सोचता…

जीवन रेखा

जीवन रेखा आपका हाथ सर पर था तो दिल में एक सुकून सा था। सब कुछ कर देने का एक जनून सा था। पता था — कुछ गलत भी हो जाए, तो आप संभाल लेंगे। अब एक अजीब सा अकेलापन है, मानो शरीर से आत्मा निकल गई हो। एक अबोध शरीर चल पड़ा है आपके दिखाए…

बड़ा बदसूरत ब्रेक-अप: इस अमेरिकी रियलिटी शो में किस की आँख फूटेगी?

वाशिंगटन, डी.सी,7 जून , – टेक दिग्गज एलन मस्क और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच कभी असंभव मानी जाने वाली दोस्ती अब एक सार्वजनिक टकराव में बदल चुकी है, जिसने पूरे अमेरिका को एक ब्लॉकबस्टर रियलिटी शो की तरह बांध रखा है। 5 जून 2025…

साहस की स्वर-गाथा: कान्स में गूँजी मीनू बख्शी की अंतर्मन की कहानी ‘आई एम, आई कैन’

जब कान्स की रातें रेशमी अंधकार की चादर ओढ़े, तारों की चुप्पी में कहानियाँ आहिस्ता से फुसफुसाती हैं, तब कुछ कथाएँ होती हैं जो सिर्फ़ आँखों  से नहीं, आत्मा के द्वारा अनुभव की जाती  हैं। ऐसी ही एक दीपशिखा-सी कहानी है—"आई एम, आई कैन" जो भीड़ की…