कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को गोवर्धन पूजा यानि अन्नकूट पूजा की जाती है। इस पर्व में गोधन यानी गौ माता की पूजा की जाती है। शास्त्रों के अनुसार गाय उतनी ही पवित्र हैं जितना मां गंगा का निर्मल पानी। आमतौर पर यह पर्व अक्सर दीपावली के अगले दिन ही पड़ता है लेकिन कभी-कभी दीपावली और गोवर्धन पूजा के पर्वों के बीच एक दिन का अंतर आ जाता है।
गोवर्धन पूजा विधि-
हिंदू धर्म के अनुसार इस पर्व में घर के आंगन में गाय के गोबर से गोवर्धन जी की मूर्ति बनाकर पूजा किया जाता है। इसके बाद भगवान गिरिराज को प्रसन्न करने के लिए उन्हें अन्नकूट का भोग लगाते हैं। गाय- बैल आदि पशुओं को स्नान कराकर फूल माला, धूप, चन्दन आदि से उनका पूजन किया जाता है। गायों को मिठाई का भोग लगाकर उनकी आरती उतारी जाती है। इस दिन भगवान के लिए भोग व छप्पन भोग बनाकर भगवान को भोग लगाया जाता है।
गोवर्धन पूजा तिथि व मुहूर्त 2020
इस बार गोवर्धन पूजा 15 नवंबर रविवार को है। गोवर्धन पूजा सायं काल मुहूर्त – दोपहर बाद 15:17 बजे से सायं 17:24 बजे तक
प्रतिपदा तिथि प्रारंभ – 10:36 (15 नवंबर 2020) से
प्रतिपदा तिथि समाप्त – 07:05 बजे (16 नवंबर 2020) तक