गुस्ताखी माफ़ हरियाणा

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गुस्ताखी माफ़ हरियाणा
पवन कुमार बंसल

इंदरजीत जी अभी मंजिल पूरी नहीं हुई है – बाज की आखिरी उड़ान तो अभी बाकी है -रामबिलास शर्मा।
कल का दिन वाकई ही हरियाणा की राजनीती में काफी महत्वपूर्व साबित हुआ। चंडीगढ़ में तो अरुण गुप्ता और राजेश खुल्लर की नियक्ति के आदेश हुए जिसके झटके गुरग्राम में भी महशूस किये गए।
इधर गुरुग्राम की अम्बिएंस माल के ए -डॉट कन्वेंशन हाल में भी एक घटना घटी। अहीरवाल के दिलो के राजा पूर्व चीफ मिनिस्टर और पूर्व केंद्रीय मंत्री राव बीरेंद्र सिंह की सौवीं जयंती पर उनकी स्मृति में डाक टिकट जारी की गई। उप राष्ट्रपति जनाब जगदीप धनकड़ को आना था लेकिन वो नहीं आ सके।
उनकी कमी पूरी की पंडित रामबिलास शर्मा ने। उन्होंने राव साहिब के साथ अपने निजी सम्बन्धो का हवाला देते हुए उनके कामो की भूरी – भूरी प्रशंशा तो की ही लेकिन एक ऐसा जुमला फेंक गए जो हरेक को समझ नहीं आ रहा। केंद्रीय मंत्री और राव बीरेन्द के वारिस इंद्रजीत की पीठ थपथपाते हुए पंडित जी बोले , इंद्ररजित जी आपने अपने जीवन में बहुत मंजिले तय की है। लेकिन बाज की आखिरी उड़ान अभी बाकी है। समझ नहीं आ रहा की पंडित जी क्या कहना चाहते है ? इंदरजीत केंद्र में वजीर तो है ही फिर बाज की आखरी उड़ान का क्या मतलब ?क्या बाज , कही झपटा मारेगा।
वैसे पंडित जी ऐसे जुमले फेंकने में काफी चर्चित है। जब जींद असेंबली के उपचुनाव में कांग्रेस ने रणदीप सुरजेवाला को अभिमन्यु की तरह चक्रव्यूह में फंसा दिया था तब अपने पंडित जी ने भूपिंदर सिंह हूडा को कहा था कि आपका कांटा निकल गया है। अब पंडित जी किसका कांटा निकालना चाहते है।
मंच पर इंद्रजीत की बेटी और उनकी राजनीतिक उत्तराधिकारी आरती राव भी मौजूद थी। उन्होंने भी राव बीरेंदर की बहादुरी के किस्सों का शायराना अंदाज में बखान किया।
राव साहिब का बहुत बड़ा कद था। उन्होंने प्रदेश के हितो के लिए सारे पद भी छोड़ दिए थे।

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