गुस्ताखी माफ़ हरियाणा।

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गुस्ताखी माफ़ हरियाणा
पवन कुमार बंसल

अहीरवाल के कदावर नेता राव बीरेंदर सिंह को नमन – आज उपराष्ट्रपति जगदीप सिंह धनकड़ गुरुग्राम में उनकी स्मृति में डाक टिकट जारी कर रहे है।
जब ट्रक ड्राइवर अपनी पत्नियों को कहते टूर तो दो दिन का है -लेकिन यदि राव (राव बीरेंदर सिंह ) ने पकड़ कर वजीर यानि मंत्री बना दिया तो कह नहीं सकते।
किस्सा काफी पुराना है। राव बिरेंदर सिंह के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार में काफी मंत्री बना दिए गए थे। उन दिनों का एक किस्सा काफी मशहूर हुआ।
जब पंजाब से ट्रक ड्राइवर ,हरियाणा होकर राजस्थान जाते तो उनकी पत्निया पूछती कि कब वापिस आओंगे। अब ड्राइवर कहते , भागवान , टूर तो दो दिन का ही है। हाँ अगर , हरियाणा में राव बीरेंदर सिंह ने पकड़ कर वजीर यानि मंत्री बना दिया तो कह नहीं सकते कितने दिन बाद वापिस आएंगे।
राव साहिब ने अपने थोड़े से समय में ही किसानो के हित में काफी काम किया।
राव आया भाव आया – राव गया भाव गया।
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उन्होंने बाजरे की इतनी कीमत दी की लोग बाजरे को दाख कहने लगे थे। थोड़े समय बाद उनकी सरकार नहीं रही तो भाव फिर कम हो गया। तब लोग कहते थे कि राव आया भाव आया -राव गया भाव गया।लेकिन वो जाट नहीं थे इसलिए देशवाली बेल्ट के जाटों ने उन्हें अपना नेता नहीं माना। उनका प्रभाव दक्षिण हरियाणा में ही रहा। उसी का लाभ अभी तक इंद्रजीत को मिल रहा है।
जब ७७ के चुनाव में कांग्रेस हार गयी थे और इंदिरा गांधी का सितारा गर्दिश में था तब राव साहिब ने हरियाणा में उनका झलसा करवाया था।
अब उनके लाल यानि इंद्रजीत जो गुरुग्राम से सांसद और केंद्र में मंत्री है उनकी विरासत को संभाले हुए है। वैसे इंदरजीत भी अब अपनी बेटी आरती राव को राजनीति में स्थापित करना चाहते है। पिछले बार असेंबली चुनाव में रेवाड़ी से उसके लिए टिकट मांग रहे थे लेकिन पार्टी ने परिवारवाद की वीटो लगाकर टिकट नहीं दी।

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