समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 20नवंबर। भारतीय रसोई में इस्तेमाल होने वाले खास मसालों में से काला जीरा भी एक है। यह जीरे का ही एक रूप है लेकिन यह स्वाद में थोड़ी कड़वी होती है। अपने औषधीय गुणों के कारण यह हर घर में इस्तेमाल की जाती है। सदियो से छोटी-मोटी बीमारियों के इलाज में यह काफी कारगर सिद्ध हुआ है। आइए इसकी खूबियों के बारे में जानते हैं जो इसे सामान्य जीरे से अलग करती हैं।
वजन घटाने में मददगार
काले जीरे का तीन महीने तक लगातार इस्तेमाल करने से चर्बी घटने लगती है। यह फैट को घोल कर शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। यह वजन कम करने के साथ-साथ शरीर को एनर्जी भी देता है।
इम्यूनिटी स्वस्थ बनाएं
यह हमारे शरीर में मौजूद इम्यून सेल्स को स्वस्थ बनाता है और ऑटोइम्यून बीमारी को दूर करने में मदद करता है। काला जीरा हमारे शरीर में इम्यूनिटी बढ़ाने में बोन मैरो, नेचुरल इंटरफेरॉन और रोग-प्रतिरोधक सेल्स की मदद करता है। यह थकान और कमजोरी दूर करता है।
पेट की प्रॉब्लम्स ठीक करें
अपने एंटीमाइक्रोबियल गुणों के कारण काले जीरे से पेट से जुड़ी प्रॉब्लम्स कम होती है। डायरिया, गैस्ट्रिक, पेट फूलना, पेट-दर्द, दस्त, पेट में कीड़े होना जैसी प्रॉब्लम आसानी से ठीक हो जाती है। अगर आपने ज्यादा खा लिया है तो थोड़ा सा काला जीरा खा लें, तुरंत आराम मिलेगा। इससे कब्ज की परेशानी भी दूर होती है।
प्रेग्नेंसी में फायदेमंद
ये प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भाश्य में सूजन को कम करता है साथ ही डिलीवरी के समय होने वाले दर्द को भी कम करता है। बच्चे के जन्म के बाद अगर मां को दूध ना आता हो तो ऐसे में यह काफी फायदेमंद होता है लेकिन इसके इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
सिरदर्द या दांत दर्द में राहत
अगर आपको माइग्रेन की परेशानी है, तो रोजाना काले जीरे का तेल सिर और माथे पर लगाएं। इससे आपको काफी राहत मिलेगी। गर्म पानी में काले जीरे के तेल की कुछ बूंदें डाल कर कुल्ला करने से दांत दर्द में काफी राहत मिलती है।
सर्दी-जुकाम दूर करें
सर्दी-जुकाम में काला जीरा काफी फायदेमंद होता है। कफ से बंद नाक के लिए काला जीरा इन्हेलर का काम करता है। ऐसे में थोड़ा सा जीरा भुन लें और रूमाल में बांध कर सुंघते रहें। आपको जल्द ही आराम मिलेगा। अस्थमा, काली खांसी, ब्रोंकाइटिस, एलर्जी से होने वाली सांस की बीमारियों में भी यह फायदेमंद है। स्वाइन फ्लू और वायरल जैसे बुखार के इलाज में भी काले जीरे का सेवन लाभकारी है।
मुंह के छाले और बदबू दूर करें
अगर आपके मसूड़ों से खून बहता है तो काला जीरा आपके लिए फायदेमंद है। इसके इलावा मुंह के छालों और बदबू के लिए भी यह बेहतरीन इलाज है।
अस्थमा और कैंसर में कारगर
काला जीरा सांस की बीमारियों जैसे ब्रोंकाइटिस और अस्थमा के इलाज में काफी कारगर है। काले जीरा से पाचन तंत्र की बीमारियों जैसे पेट के कैंसर या कैंसर की रोकथाम में इलाज संभव है।
सावधानी बरतें
काले जीरे की तासीर गर्म होती है इसलिए एक दिन में तीन ग्राम से ज्यादा इसका सेवन ना करें।
हाई ब्लड प्रेशर के मरीज, प्रेग्नेंट महिलाओं और 5 साल तक के बच्चे भी काले जीरे का सेवन करने से डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
अगर आप काले जीरे के चूर्ण का सेवन कर रहे हैं, तो इसे हल्के गर्म पानी के साथ रात में सोने से पहले लें। खाना खाने के 2 घंटे बाद इसका सेवन करें और उसके बाद कुछ ना खाएं।