समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 27सितंबर। एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम छगन भुजबल के बयान को लेकर बवाल मच गई है यहां तक बीजेपी ने जमकर हंगामा भी किया. मां सरस्वती और मां शारदा पर दिए बयान को बीजेपी हिंदू धर्म का अपमान बताया है. भुजबल ने अखिल भारतीय समता परिषद के कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा था कि सरस्वती माता या शारदा माता लगाई जाती हैं, इन्हें किसी ने देखा नहीं है तो इनकी पूजा क्यों करनी है. उन्होंने कहा कि मां सरस्वती ने केवल तीन प्रतिशत लोगों को सिखाया है. इससे अच्छा फुले अंबेडकर कर्मवीर भाऊराव पाटील इनका फोटो स्कूलों में लगाएं. उनके इस बयान पर आपत्ति दर्ज कराते हुए बीजेपी नेता रामकदम ने सवाल उठाया कि आखिर हिंदू देवी देवताओं से इतनी नाराजगी क्यों?
अखिल भारतीय समता परिषद के कार्यक्रम में बोलते हुए NCP नेता ने कहा कि स्कूलों में सावित्री बाई फुले की तस्वीर लगाई जाए, महात्मा फुले, साहू जी महाराज, डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की तस्वीर लगाई जाए. सरस्वती माता और शारदा माता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जिन्हें हमने कभी देखा नहीं, जिन्होंने हमे कभी सिखाया नहीं… तो उनकी पूजा किसलिए की जाए. उन्होंने कहा कि आपको जिन महान विभूतियों से शिक्षा मिली है, उनकी पूजा की जानी चाहिए, उनके कामों और विचारों को पूजा जाना चाहिए.
भुजबल की टिप्पणी पर बीजेपी नेता रामकदम ने आपत्ति जताते हुए कहा कि सभी महापुरुष हमारे लिए श्रदेध्य हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि आप हिंदू देवी देवताओं का अनादर करें, उन्होंने कहा कि चुनावों के समय में यह लोग वोट के नाम पर मंदिरों की चौखट पर माथा टेकते हैं और जब चुनाव खत्म हो जाते हैं तो देवी देवताओं के असतित्व पर ही सवाल उठाते हैं. यहां उन्होंने शिवसेना पर निशाना साधते हुए कहा कि पेंग्विन सेना अभी भी इनकी गोद में बैठी हुई है. उन्होंने कहा कि एनसीपी नेता को तुरंत माफी मांगनी चाहिए.