समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3सितंबर। आपने देखा होगा कि मोबाइल में सिम कार्ड एक कोने से कटा होता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सिम एक तरफ से क्यों कट जाती है? आइए बताते हैं।
आज के दौर में मोबाइल फोन लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है. लोग कई घंटे मोबाइल की स्क्रीन पर बिताते हैं। मोबाइल तेजी से स्मार्ट होते जा रहे हैं। इसने लोगों के कई काम बहुत आसान कर दिए हैं। लेकिन किसी भी मोबाइल में सबसे जरूरी चीज होती है सिम कार्ड।
अगर आपने कभी किसी सिम कार्ड को ध्यान से देखा है, तो उसका साइड कट होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिम को एक तरफ से क्यों काटा जाता है? आइए जानते है क्यों?
पहले सिम कार्ड सामान्य थे
आज भारत समेत दुनिया भर में कई टेलीकॉम कंपनियां हैं, जो सिम कार्ड बनाती हैं। सभी सिम कार्ड साइड से कटे होते हैं। ऐसा सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में होता है। आपको बता दें कि शुरुआत में जब सिम कार्ड बनते थे तो उन्हें साइड से नहीं काटा जाता था। जब SIM Card मोबाइल फोन के लिए डिजाइन किए गए थे, तो उनका आकार बहुत ही सरल और चौकोर हुआ करता था।
अब आप सोच रहे होंगे कि जब पहले SIM Card नॉर्मल हुआ करता था तो क्या हुआ कि वह साइड से कटने लगा। दरअसल, जब सिम कार्ड चौकोर हुआ करते थे, तो लोगों को यह समझने में परेशानी होती थी कि सिम का सीधा और उल्टा कौन सा हिस्सा है। ऐसे में लोग कई बार सिम को उल्टा डाल लेते थे. इस वजह से इसे बाद में निकालने में परेशानी होती थी. कई बार तो सिम का चिप भी खराब हो जाता था.
इस समस्या को देखते हुए टेलीकॉम कंपनियों ने सिम के डिजाइन में बदलाव की जरूरत महसूस की। इसके बाद कंपनियों ने एक कोने से सिम कार्ड काट दिया। इस कटे हुए कोने के कारण लोगों के लिए मोबाइल फोन में सिम कार्ड डालना और निकालना आसान हो गया था, क्योंकि सिम कार्ड में कटौती के कारण एक खांचा बन गया था। ऐसे में लोगों को सिम कार्ड इस्तेमाल करने में सुविधा होती थी, जिससे दूसरी टेलीकॉम कंपनियां भी नए कट डिजाइन वाले सिम कार्ड बेचने लगी थीं।