सोनाली फोगाट मामला: आत्महत्या नही…परिवारवालों का शक हुआ सच, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा- रेप के बाद किया मर्डर

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 26अगस्त। हरियाणा बीजेपी की नेता और टिक-टॉक स्टार सोनाली फोगाट की रहस्मय परिस्थितियों में गोवा में मौत हो गई थी जिसके बाद उसे हार्ट अटैक से मौत होने की बात सामने आ रही थी लेकिन सोनाली की मौत के बाद परिजन ने लगातार उनके पीए सुधीर सांगवान और सुखविंदर पर रेप व मर्डर का आरोप लगा रहे थे।

जी हां सोनाली फोगाट के भाई रिंकू ढाका ने गोवा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराते हुए यह कहा था कि उनकी बहन सोनाली फोगाट की मृत्यू हार्ट अटैक से नही हुई है। उनके पीए सुधीर सांगवान और उसके दोस्त सुखविंदर ने मिलकर उनका रेप किया और मर्डर..
जानकारी के मुताबिक सोनाली के भाई रिंकू ने बताया कि सोनाली के खाने में उसके पीए सुधीर सांगवान ने कोई नशीली चीज मिलाकर रेप किया औक इसका वीडियो भी बनाया था। इसे दिखाकर वह उसे धमकी दे रहा था कि उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा।

सोनाली ने मौत से कुछ घंटे पहले अपनी मां, बहन से बात की थी
शिकायत में सोनाली के भाई रिंकू ने कहा कि सोनाली ने 23 अगस्त को अपने निधन से कुछ घंटे पहले अपनी मां, बहन से बात की थी और बातचीत के दौरान सोनाली ने सहयोगी स्टॉफ की शिकायत की थी।

बीजेपी लीडर सोनाली फोगाट का मौत मामले में गोवा पुलिस ने सोनाली फोगाट के पीएम सुधीर और उनके दोस्त सुखविंदर को गिरफ्तार कर लिया गया है और हत्या का केस भी दर्ज किया गया हैं।

बता दें कि फोगाट की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शव पर ‘कई चोट के निशान’ पाए जाने के बाद गोवा पुलिस ने बृहस्पतिवार को उनके दो सहयोगियों के खिलाफ हत्या का आरोप दर्ज किया।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि फोगाट की मौत से जुड़े मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) जोड़ी गई है। उन्होंने कहा कि फोगाट के साथ 22 अगस्त को गोवा पहुंचे सुधीर सागवान और सुखविंदर को मामले में आरोपी बनाया गया है। फोगाट के भाई रिंकू ढाका ने बुधवार को अंजुना पुलिस थाने में दो लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।

गोवा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (GMCH) के फॉरेंसिक विशेषज्ञों के एक समूह ने बृहस्पतिवार सुबह शव का अंत्यपरीक्षण किया, जब उनके परिवार ने इस प्रक्रिया के लिए सहमति व्यक्त की। जीएमसीएच के फॉरेंसिक साइंस विभाग के डॉ सुनील श्रीकांत चिंबोलकर ने अपनी रिपोर्ट में मौत के कारणों पर राय सुरक्षित रखी है।

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘रासायनिक विश्लेषण तक मृत्यु के कारण पर राय सुरक्षित रखी गई है। ऊतकों की हिस्टोपैथोलॉजी और सीरोलॉजिकल रिपोर्ट सुरक्षित रखी गई है।’रिपोर्ट में कहा गया, ‘हालांकि, शव पर चोट के कई निशान मिले हैं। उपरोक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए, जांच अधिकारी को पता लगाना है कि मौत किस तरह हुई।’

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