समग्र समाचार सेवा
पटना, 10अगस्त। नीतीश कुमार को राज्यपाल फागू चौहान ने सीएम पद की शपथ दिलाई. बिल्कुल सादे समारोह में नीतीश ने आठवीं बार सीएम पद की शपथ ली. नीतीश के बाद डिप्टी सीएम के रूप में तेजस्वी यादव ने पद औऱ गोपनीयता की शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह में राबड़ी देवी राजद के कई बड़े नेता और जदयू के नेता सहित कई लोग शामिल हुए. आज सिर्फ सीएम और डिप्टी सीएम ने ही शपथ ली.
शपथ ग्रहण के लिए सीएम नीतीश कुमार राजभवन पहुंचे. उनके बाद राबड़ी देवी भी राजभवन पहुंची. शपथ ग्रहण में तेजस्वी की पत्नी राजश्री भी पहुंची हैं. राज्यपाल फागू चौहान ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार ने वहां मौजूद लोगों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया.
राजद नेता तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. राज्यपाल फागू चौहान ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. पिछली बार महागठबंधन की सरकार में भी लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री थे.
तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया. इसके बाद उन्होंने सामने मौजूद लोगों की तरफ हाथ जोड़ें और उनका अभिवादन स्वीकार किया.
शपथ ग्रहण के बाद नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह चुनाव के बाद मुख्यमंत्री बनना नहीं चाहते थे. लेकिन उन पर दबाव डाला गया. नीतीश कुमार ने कहा, आप तो देख ही रहे थे न पिछले कुछ समय से क्या हो रहा था. पिछले दो महीने से कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था. यही नहीं उन्होंने कहा, 2020 में उनके साथ ठीक नहीं हुआ.
नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ अपने गठबंधन के संबंध में कहा, 2015 में महागठबंधन के साथ रहते हुए हम कितनी सीटें जीते थे और भाजपा के साथ जाने के बात 2020 में क्या हुआ सब जानते हैं. ज्ञात हो कि साल 2015 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने 71 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि 2020 के विधानसभा चुनाव में उसे 43 सीटों पर ही जीत मिल सकी.
तेजस्वी के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के अवसर पर उनकी पत्नी राजश्री ने कहा, ‘मैं सभी का धन्यवाद करती हूं.’ पूर्व मुख्यमंत्री और तेजस्वी यादव की मां राबड़ी देवी ने कहा, ‘यह बिहार के लोगों के लिए अच्छा है, मैं उनका धन्यवाद करती हूं. सब खुश हैं.’ इस अवसर पर लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने कहा, ‘हम काम करने के लिए सत्ता में आए हैं.’
राजभवन के बाहर मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, कुछ लोगों को लगता है कि विपक्ष खत्म हो जाएगा. 2024 में विपक्ष मन से एकजुट हो जाए. नीतीश ने कहा, पुरानी जगह पर जाकर हम खुश हैं. उन्होंने कहा, अन्य मंत्रियों का शपथ ग्रहण जल्द होगा.
नीतीश कुमार ने कहा, पार्टी ने भाजपा का साथ छोड़ने का निर्णय लिया. मुझे 2024 तक रहना चाहिए या नहीं, ये निर्णय भी वही लेंगे, लेकिन मैं अब 2014 में नहीं जियूंगा. उन्होंने प्रश्नात्मक लहजे में कहा, जो लोग 2014 में सत्ता में आए हैं, वह 2024 में भी रहेंगे? मैं चाहूंगा कि साल 2024 में समूचा विपक्ष एक साथ आए. प्रधानमंत्री पद की दौड़ में होने के प्रश्न पर उन्होंने कहा, मैं इस रेस में नहीं हूं.
नीतीश कुमार इस बार बिहार में सात दलों का साथ लेकर महागठबंधन की सरकार बनाने जा रहे हैं. राजद, कांग्रेस एवं वामदलों के साथ नीतीश कुमार ने मंगलवार को संयुक्त बैठक की थी जिसके बाद सरकार बनाने के लिए उन्होंने राज्यपाल फागू चौहान को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है, जिसपर स्वीकृति भी मिल गई है. इसके बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नीतीश को बधाई दी.