68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार: एमपी ने जीता सर्वाधिक फिल्म अनुकूल राज्य पुरस्कार

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समग्र समाचार सेवा

नई दिल्ली, 23 जुलाई। 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की जूरी ने आज यहां वर्ष 2020 के विजेताओं की घोषणा की।

घोषणा से पहले, अध्यक्ष और अन्य जूरी सदस्यों ने केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की और उन्हें पुरस्कारों के लिए चयन प्रदान किया।

ठाकुर ने सभी विजेताओं को बधाई दी और कहा कि 2020 COVID महामारी के कारण फिल्मों के लिए विशेष रूप से कठिन वर्ष था, फिर भी नामांकन में महान कार्य शामिल थे।

मंत्री ने प्रविष्टियों को पूरी लगन से देखने और पुरस्कारों के लिए सर्वश्रेष्ठ का चयन करने के लिए जूरी को धन्यवाद दिया।

जूरी में भारतीय सिने जगत के प्रख्यात फिल्म निर्माता और फिल्मी हस्तियां शामिल थीं।

पुरस्कारों की घोषणा श्री चित्रार्थ सिंह, अध्यक्ष, गैर-फीचर जूरी, अनंत विजय, अध्यक्ष, सिनेमा जूरी पर सर्वश्रेष्ठ लेखन और धर्म गुलाटी, फीचर फिल्म जूरी (सदस्य-केंद्रीय पैनल) ने नीरजा शेखर, अतिरिक्त सचिव, मंत्रालय की उपस्थिति में की। सूचना और प्रसारण

मध्य प्रदेश ने सर्वाधिक फिल्म अनुकूल राज्य का पुरस्कार जीता जबकि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश को विशेष उल्लेख मिला।

किश्वर देसाई की ‘द लॉन्गेस्ट किस’ ने वर्ष के लिए सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का पुरस्कार जीता, जबकि मलयालम पुस्तक ‘एमटी अनुनावंगलुडे पुष्थकम’ और ओडिया पुस्तक ‘काली पेन कलीरा सिनेमा’ ने विशेष उल्लेख प्राप्त किया।

सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार सुधा कोंगारा द्वारा निर्देशित तमिल फिल्म ‘सूररई पोट्रु’ को मिला है। ‘तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर’ ने संपूर्ण मनोरंजन प्रदान करने वाली सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का पुरस्कार जीता।

2020 के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार सूर्या को ‘सोरारई पोटरु’ और अजय देवगन को हिंदी फिल्म ‘तानाजी: द अनसंग वॉरियर’ के लिए साझा किया गया। मनोज मुंतशिर ने हिंदी फिल्म ‘साइना’ के लिए सर्वश्रेष्ठ गीत का पुरस्कार जीता है।

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