समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 28जून। देश में कोरोना के मामलों से जब राहत मिलने लगी थी तभी कोरोना के नए स्वरूप में अपना पैर पसारना शुरू कर दिया। एक के बाद एक कोरोना के नए स्वरूप नें लगभग सभी राज्यों को अपनी चपेट में लिया।
कोरोना की तीसरी लहर में लगभग हर पांचवां स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमित हुआ था। एम्स दिल्ली के ताजा अध्ययन के मुताबिक, कोरोना के ओमीक्रोन स्वरूप वाली लहर में महिलाओं और युवा ज्यादा वायरस की चपेट में आए।
यह अध्ययन लांसेट जर्नल में प्रकाशित हुआ है। इस अध्ययन में 11,474 स्वास्थ्यकर्मियों पर सर्वे किया गया है। एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के डॉक्टर सुमित मल्होत्रा के नेतृत्व में हुआ है। अध्ययन एक मार्च 2020 से 2 फरवरी 2022 तक अलग अलग कोरोना स्वरूपों की लहर के दौरान किया गया है।
अध्ययन में कोरोना के टीके लेने वाले लोगों पर ओमीक्रोन के प्रभाव का भी अध्ययन किया गया है। अध्ययन में शामिल 11,474 स्वास्थ्यकर्मियों में से 2527 कर्मी 1 दिसंबर 2021 से 25 फरवरी 2022 तक संक्रमित हो चुके थे। यानी ओमीक्रोन की लहर में 22 फीसदी स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमित हुए। इनमें 96 फीसदी को हल्के लक्षण दिखे और 1.6 फीसदी को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ी।
अध्ययन में यह भी सामने आया कि ओमिक्रोन की लहर के दौरान 25 साल से 44 साल की उम्र के युवा सबसे अधिक कोरोना की चपेट में आए और 45 साल से अधिक उम्र के लोग सबसे कम कोरोना संक्रमित हुए। 25 से 45 साल की आयु के 7160 स्वास्थ्यकर्मियों में 1825 यानी 25.4 कोरोना की चपेट में आए। वहीं अध्ययन में शमिल 45 से अधिक आयु वाले 2910 स्वास्थ्यकर्मियों में 469 यानी 16.1 फीसदी कोरोना संक्रमित हुए। वहीं 25 से कम आयु वाले 16.6 फीसदी स्वास्थ्यकर्मी भी कोरोना की चपेट में आए।
अध्ययन में शामिल 7524 पुरुषों में 1234 पुरुष यानी 16.4 फीसदी कोरोना की चपेट में आए जबकि 3948 महिलाओं में 1293 महिलाएं यानी 32.8 फीसदी महिलाएं कोरोना की चपेट में आईं।
कोरोना रोधी टीके की दोनों खुराक लेने वाले लोगों में भी संक्रमण देखा गया। 23.3 फीसदी ऐसे लोग भी कोरोना की चपेट में आए जिन्हें टीके की दोनों खुराक लगी थीं। 17.1 फीसदी को सिर्फ एक खुराक लगी थी। 14.5 फीसदी को टीका नहीं लगा था। हालांकि टीका लेने वाले लोगों में कोरोना के लक्षण हल्के देखे गए। दोनों टीके लेने के 14 से 60 दिन बाद संक्रमित हुए स्वास्थ्यकर्मियों में हल्के लक्षण मिले। टीके लेने के 61 दिन से 180 दिन बाद मध्यम श्रेणी के लक्षण देखे गए।