समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 16मई। आज साल का पहला चंद्र ग्रहण लगा है और आज के दिन वैशाख माह की पूर्णिमा भी है जिसे बुद्ध पूर्णिमा कहा जाता है। इसलिए इस दिन दान-पुण्य का महत्व बहुत ज्यादा होता है।
जब पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ने लगती है तो इस स्थिति को चंद्र ग्रहण कहते हैं। चंद्र ग्रहण सुबह 7.02 से शुरू होकर दोपहर 12.20 बजे खत्म होगा. 16 मई को चंद्रमा लाल रंग में दिखाई देगा, जिसे ब्लड मून भी कहा जाता है।
ग्रहण के दौरान सूतक लगता है और इस समय कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता। साथ ही कुछ महत्वपूर्ण बातों का भी ध्यान रखा जाता है. ध्यान रखें कि जिन जगहों पर ग्रहण दिखाई न दें वहां सूतक मान्य नहीं होता।
चंद्र ग्रहण में पड़ने वाले सूतक काल में कई कामों को करने की मनाही होती है। धार्मिक दृष्टिकोण से चंद्र ग्रहण को अशुभ माना जाता है और कहा जाता है कि इस दौरान नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है जो कि मनुष्य के जीवन पर काफी असर डालता है। इसलिए चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद कुछ कामों को जरूर करना चाहिए, ताकि आपके जीवन पर नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव न पड़े।
चंद्र ग्रहण समाप्त होने के तुरंत बाद घर की अच्छे से सफाई करें. इसके बाद पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें.
घर में सफाई करने के बाद मंदिर को भी साफ करें और फिर धूप बत्ती करें.
चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करना चाहिए. वैसे आज पूर्णिमा भी है और आज कि गंगा स्नान का काफी महत्व होता है.
गर्भवती महिलाओं पर ग्रहण को सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है और इसलिए ग्रहण समाप्त होने के बाद गर्भवती महिला को स्नान जरूर करना चाहिए.
ध्यान रखें ग्रहण समाप्त होने के बाद दान करने का भी नियम है और मान्यता है कि ऐसा करने से ग्रहण का दुष्प्रभाव खत्म हो जाता है.