समग्र समाचार सेवा
बीजिंग,8अक्टूबर।
जहां एक तरफ भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर विवाद चल रहा है वहीं दूसरी तरफ चीन की सरकारी मीडिया ने भारत को ताइवान के नेशनल डे के दिन उसे एक स्वतंत्र राष्ट्र की तरह पेश न करने की चेतावनी दे डाली।
बता दें कि ताइवान का नेशनल डे 10 अक्टूबर को है और चीन चाहता है कि भारत उसके साथ स्वतंत्र देश कि तरह व्यवहार न करे। हालांकि ताइवान विदेश मंत्रालय ने एक ट्वीट के जरिए चीनी मीडिया और जिनपिंग सरकार को मुंहतोड़ जवाब दिया है।
ताइवान के विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया- ‘भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। इसका प्रेस वाइब्रेंट और लोग आजादी पसंद हैं। हालांकि, ऐसा लगता है कि कम्युनिस्ट चीन इस सब कॉन्टीनेंट पर भी सेंसरशिप थोपना चाहता है। ताइवान के भारतीय दोस्तों का एक ही जवाब होगा- भाड़ में जाओ.’
दरअसल दिल्ली स्थिति चीन के मिशन ने भारतीय मीडिया को एक चिट्ठी भेजी है जिसमें लिखा है- हमारे मीडिया के दोस्त, आपको याद दिलाना चाहेंगे कि दुनिया में सिर्फ एक चीन है। सिर्फ पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चीन की सरकार ही पूरी दुनिया में चीन का प्रतिनिधित्व करती है। ताइवान को स्वतंत्र देश के तौर पर पेश नहीं किया जाए। इसकी राष्ट्रपति साई इंग-वेन को भी राष्ट्रपति न बताया जाए।
इस चिट्ठी में आगे लिखा है- ताइवान चीन का अभिन्न हिस्सा है. चीन के साथ डिप्लोमेटिक संबंध रखने वाले देशों को इसकी ‘वन चीन’ पॉलिसी का पूरी तरह से सम्मान करना चाहिए। इस मामले में भारत सरकार का भी लंबे समय से यही मानना रहा है। इंडियन मीडिया भी भारत सरकार की तरह वन चीन पॉलिसी को मान सकती है। मीडिया भी चीन की इस पॉलिसी का उल्लंघन न करे।