समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 5 अप्रैल। प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को शिवसेना सांसद संजय राउत पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उनके फ्लैट और प्लॉट कुर्क कर लिए। प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि उसने 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में शिवसेना नेता संजय राउत की संपत्ति कुर्क की है। प्रवर्तन निदेशालय ने 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में शिवसेना नेता संजय राउत के अलीबाग प्लॉट और दादर व मुंबई में एक-एक फ्लैट को कुर्क किया।
ईडी ने 11 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच की है
खबरों के मुताबिक, ईडी ने 11 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच की है। इसमें से 9 करोड़ की प्रॉपर्टी प्रवीण राउत की और 2 करोड़ की प्रॉपर्टी संजय राउत की पत्नी की है। प्रवर्तन निदेशालय ने राउत की पत्नी की संपत्ति कुर्क की है। इसमें अलीबाग स्थित प्लॉट और दादर स्थित फ्लैट शामिल है।
शिवसेना सांसद ने उपराष्ट्रपति को लिखा था पत्र
बता दें कि कुछ समय पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को एक पत्र लिखा था, जिसमें दावा किया गया था कि 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उनके और उनके रिश्तेदारों, दोस्तों और परिचितों के खिलाफ अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। संजय राउत ने आरोप लगाया था कि ईडी और अन्य केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकारों को गिराने के लिए ‘मंशा’ से किया जा रहा है।
क्या है मामला?
2007 में, एचडीआईएल (हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) की एक सहयोगी कंपनी, गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को एमएचएडीए (महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी) द्वारा पात्रा चॉल के पुनर्विकास के लिए कॉन्ट्रैक्ट मिला था। गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को पात्रा चॉल के 672 किरायेदारों के लिए फ्लैट तैयार करने थे और लगभग 3000 फ्लैट एमएचएडीए को सौंपने थे। कुल भूमि 47 एकड़ की थी। एमएचएडीए और पात्रा चॉल किरायेदारों को फ्लैट सौंपने के बाद गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को बची हुई भूमि को बिक्री और डेवलपमेंट के लिए अनुमति दी जानी थी। लेकिन गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन ने पात्रा चॉल या एमएचएडीए को दिए जाने वाले किसी अन्य फ्लैट को डेवलप नहीं किया। बल्कि उसने 1,034 करोड़ रुपये में लगभग आठ अन्य बिल्डरों को जमीन बेच दी।
मार्च 2018 में, म्हाडा ने गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की
प्रवीण राउत, जिसे अब ईडी ने गिरफ्तार किया है, वह एचडीआईएल के सारंग और राकेश वधावन के साथ फर्म में निदेशकों में से एक था, जो पीएमसी बैंक घोटाला मामले में मुख्य आरोपी हैं। मार्च 2018 में, म्हाडा ने गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। फरवरी 2020 में प्रवीण राउत को ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार किया था, जबकि सारंग वधावन को उसी साल सितंबर में ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार किया था। बाद में प्रवीण राउत को जमानत पर रिहा कर दिया गया।
संजय राउत से क्या कनेक्शन?
ईडी ने मामले में ईसीआईआर दर्ज किया और 1 फरवरी को एजेंसी ने प्रवीण राउत और उनके सहयोगी सुजीत पाटकर के आवास कार्यालयों सहित लगभग सात स्थानों पर तलाशी ली। प्रवीण राउत को 2 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था, जबकि पाटकर का बयान ईडी ने दर्ज किया था। प्रवीण राउत शिवसेना नेता संजय राउत के दोस्त हैं और पीएमसी बैंक घोटाला मामले में जांच के दौरान उनका नाम भी सामने आया था। यह पता चला था कि प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा को 55 लाख रुपये का ब्याज मुक्त ऋण दिया था, जिसका उपयोग राउत परिवार द्वारा दादर में एक फ्लैट खरीदने के लिए किया गया था। ईडी ने वर्षा और माधुरी राउत का बयान दर्ज किया था।