समग्र समाचार सेवा
कीव, 20 मार्च। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का आज 25वां दिन है। यूक्रेन के द कीव इंडिपेंडेंट ने दोनेत्सक सैन्य-नागरिक प्रशासन के प्रमुख पावलो किरिलेंको के हवाले से बताया कि रूसी सेना ने हजारों मारियुपोल निवासियों को भोजन, पानी और सुरक्षित मार्ग प्रदान करने से इनकार कर दिया है। पावलो किरिलेंको के मुताबिक ये लोग कब्जे वाले मानहुशी और मेलेकिन में रूसी बमबारी से जिंदा बचकर आए हैं।
कई हजार लोगों को रूस की सीमा में जाने के लिए मजबूर किया
मारियुपोल नगर परिषद ने दावा किया कि रूसी सैनिकों ने कई हजार लोगों को रूस की सीमा में जाने के लिए मजबूर किया है। परिषद ने अपने बयान में कहा कि कब्जे वाले लोगों को यूक्रेन छोड़कर रूसी क्षेत्र में जाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। कब्जा करने वालों ने अवैध रूप से लेवोबेरेज्नी जिले से लोगों को बाहर निकाला और एक स्पोर्ट्स क्लब की इमारत में शेल्डर बनाया है। ये वो लोग हैं, जो बमबारी से बचने के लिए छिपे हुए थे। शेल्डर में लोगों की हालत काफी खराब है। इन्हें भोजन-पानी जैसे मूलभूत चीजें भी नहीं मिल रही हैं।
विशाल इस्पात संयंत्र पर कब्जा करने के लिए संघर्ष
दक्षिण-पूर्वी शहर मारियुपोल में शनिवार को रूस और यूक्रेन की सेनाओं के बीच विशाल इस्पात संयंत्र पर कब्जा करने के लिए संघर्ष हुआ। यूक्रेन की प्रमुख औद्योगिक संस्थानों में से एक मारियुपोल स्थित अजोव स्टील प्लांट पर कब्जा को लेकर परस्पर विरोधी रिपोर्टें आ रही हैं। अजोव बटालियन के सदस्य व्लादस्लिाव सोबोलिवेस्की ने यूक्रेनी टेलीविजन को बताया, दुश्मन शहर में इतनी दूर नहीं पहुंचा है। यूक्रेनी नौसेना, आजोव बटालियन व पुलिस शहर और उसके नागरिकों की रक्षा कर रही है। उन्होंने कहा कि अजोव स्टील प्लांट हमारे नियंत्रण में है।
संयुक्त राष्ट्र का दावा, अब तक 847 नागरिक मारे गए
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, 24 फरवरी से शुरू हुए युद्ध के बाद से यूक्रेन में 64 बच्चों सहित करीब 847 नागरिक मारे गए हैं। संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के अनुसार, इस युद्ध में 2,246 नागरिक हताहत हुए हैं, जिनमें से 24 फरवरी से अब तक 847 मारे गए हैं और 1,399 घायल हुए हैं।