समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,2 अक्टूबर।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित युवती से गैंगरेप और मौत को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी सियासत तेज हो गई है। मामला बढ़ता ही जा रहा है। हाथरस में पुलिस ने रेप पीड़िता के गांव में पूरी तरह से किलेबंदी कर दी है और नेताओं से लेकर मीडिया की एंट्री को बैन कर रखा है। किसी भी नेता या मीडिया वालों को पीड़िता के घर तक जाने नहीं दिया जा रहा है। गुरुवार को राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत कई कांग्रेसी नेता हाथरस जाने की कोशिश में थे, मगर पुलिस ने उन्हें भी नहीं जाने दिया। वैसे ही आज शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस के सांसदों को भी पुलिस ने गांव में प्रवेश करने से रोक दिया है। फिलहाल, हाथरस कांड के बाद से योगी सरकार और यूपी पुलिस विपक्ष के निशाने पर आ चुकी है।
टीएमसी की ममता ठाकुर ने कहा कि हमलोग पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे थे, मगर हमलोगों को नहीं मिलने दिया गया। जब हमने जाने के लिए जोर दिया तो महिला पुलिस कर्मियों ने हमारे ब्लाउज को खींचा और हमारी सांसद प्रतिमा मंडल पर लाठी चार्ज किया, जिससे वह गिर गईं। पुरुष पुलिस अधिकारी ने उन्हें टच भी किया। यह शर्मनाक है।
जानकारी के मुताबिक हाथरस में पीड़ित परिवार के गांव के बाहर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी है। इतना ही नहीं, हाथरस पीड़िता के घर जाने के क्रम में टीएमसी प्रतिनिधिमंडल में शामिल डेरेक ओ ब्रायन के साथ धक्का-मुक्की की गई है। समाचार एजेंसी एनआई के वीडियों की माने तो पीड़िता के परिवार से मिलने की जिद पर अड़े टीएमसी सांसदों और पुलिस के बीच धक्कामुक्की हुई है और फिर डेरेक ओ ब्रायन गिर गिए।