त्रिपुरा पुलिस ने टीएमसी नेता सायोनी घोष को किया गिरफ्तार, भाजपा कार्यकर्ताओं पर गाड़ी चढ़ाने का लगा आरोप
समग्र समाचार सेवा
अगरतला, 22 नवंबर। पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस की नेता सायोनी घोष को त्रिपुरा पुलिस ने रविवार को अगरतला में गिरफ्तार किया। घोष ने शनिवार रात एक बैठक के दौरान कथित तौर पर सीएम बिप्लब कुमार देब को धमकी दी थी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तारी हत्या के प्रयास के आरोप में की गई है।
अगरतला के एक थाने में पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बाद पश्चिम बंगाल टीएमसी की युवा इकाई की अध्यक्ष सायोनी घोष को गिरफ्तार कर लिया गया।
यह घटना टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के पूर्वोत्तर राज्य के नियोजित दौरे से एक दिन पहले हुई थी।
उप-मंडल पुलिस अधिकारी (सदर) रमेश यादव ने कहा कि घोष को आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास) और 153 ए (दो समूहों के बीच असामंजस्य को बढ़ावा देना) के तहत मुख्यमंत्री के खिलाफ उनकी टिप्पणियों के लिए गिरफ्तार किया गया था।
टीएमसी के मुताबिक, सायोनी घोष जिस होटल में ठहरी थीं, वहाँ त्रिपुरा पुलिस गई और सायोनी घोष को पूछताछ के लिए थाने बुलाई। टीएमसी का कहना है कि पुलिस ने सायोनी को यह नहीं बताया कि आखिर किस मामले में पूछताछ के लिए उन्हें बुलाया जा रहा है। जब टीएमसी नेता कुणाल घोष सहित कई कार्यकर्ता थाने पहुँचे तब पता चला कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर गाढ़ी चढ़ाने का आरोप लगाते हुए सायोनी को हत्या का प्रयास में गिरफ्तार किया गया है।
वहीं, तृणमूल कॉन्ग्रेस के सदस्यों ने अगरतला स्थित एक पुलिस स्टेशन के भीतर बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पीटने का आरोप लगाया। टीएमसी का आरोप है कि थाने में राज्य पुलिस के सामने बीजेपी के लोगों ने उन्हें लाठियों से पीटा और पथराव भी किया। हालाँकि, बीजेपी ने इस तरह के आरोपों को आधारहीन बताया है।
अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट कर बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “@BjpBiplab इतने बेशर्म हो गए हैं कि अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश भी उन्हें परेशान नहीं करते।
बनर्जी ने एक ट्विटर पोस्ट में रविवार की सुबह के कथित हमले का एक वीडियो संलग्न करते हुए कहा, “उन्होंने हमारे समर्थकों और हमारी महिला उम्मीदवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बजाय उन पर हमला करने के लिए बार-बार गुंडों को भेजा है! @BJP4Tripura के तहत लोकतंत्र का मजाक उड़ाया जा रहा है”