समग्र समाचार सेवा
लंदन, 20 नवंबर। यह खबर आपके और आपके परिवार वालों के लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि आप सभी भी बाहर हैं। आपको ढाबे, रेस्टोरेंट, होटल आदि में खाना पड़ेगा और आप कभी इस बात पर ध्यान नहीं देंगे कि ढाबा, रेस्टोरेंट, होटल धार्मिक कट्टरपंथियों का है या किसी और का।
दो कट्टरपंथियों की तस्वीर में पहले का नाम मोहम्मद अब्दुल बासित और दूसरे का नाम अमजद है, दोनों लंबे समय से होटल चला रहे थे, जहां लोग बैठते थे या खाना खाते थे या पैक कराकर घर ले जाते थे । दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। डेलीमेल की रिपोर्ट के मुताबिक उनके करीब 50 ग्राहकों ने डॉक्टरों को अलग-अलग तरह के संक्रमण के बारे में बताया, जब इसकी जांच की गई तो पता चला कि हर कोई फूड प्वाइजनिंग से पीड़ित है, जांच में सामने आया कि इन लोगों ने जो खाना खाया वह इंसानों का मल था। ) 13 साल की बच्ची को संक्रमण हो गया कि उसे आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा, डॉक्टरों ने बड़ी मशक्कत से उसकी जान बचाई।
इन सभी 150 लोगों में एक ही बात कॉमन थी कि उन सभी ने खैबर के पास कबाब की दुकान से खाना खरीदा, फिर अचानक से जांच टीम भी इस होटल में पहुंच गई और खाना जब्त कर लिया तो पता चला कि इसमें इंसानों का मल मिला हुआ है. इसके बाद होटल चलाने वाले मोहम्मद अब्दुल बासित और अमजद को गिरफ्तार किया गया, घटना ब्रिटेन के नॉटिंघम की है. होटल में 2 अलग-अलग जगहों पर खाना बनाया जा रहा था, एक जगह साफ खाना बनाया जा रहा था और दूसरी जगह इंसानों का मल, ये धर्मांध अपने धर्म को छोड़कर बाकी सभी लोगों को इंसानी मल खिलाते थे.