समग्र समाचार सेवा
जम्मू, 15अक्टूबर। काउंटर टेररिस्ट ऑपरेशन के तहत जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में गुरुवार देर रात एक काउंटर टेरर ऑपरेशन के दौरान कार्रवाई में भारतीय सेना के एक अधिकारी और एक जवान शहीद हो गए। सेना के सूबेदार और सिपाही हमले में गंभीर रूप से जख्मी हो गए जिन्होंने बाद में दम तोड़ दिया। बता दें कि पुंछ जिले में 60 घंटे के भीतर आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर ये दूसरा बड़ा हमला किया है।
हालांकि, सैन्य प्रवक्ता का कहना है कि दो जवान गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। ऑपरेशन जारी है। आतंकियों ने यह हमला जिले के मेंढर सबडिवीजन के गुरसाई क्षेत्र में जम्मू-पुंछ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भाटादूड़ियां इलाके में किया।
बताते चलें कि जिस समय हमला हुआ उस समय सेना की 48 आरआर, 16 आरआर और एसओजी इलाके में तलाशी अभियान चला रहे थे। अंधेरा होने के कारण सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर रखी है ताकि आतंकियों को भागने का मौका न मिल सके। इसके लिए सुरक्षाबल समय-समय पर क्षेत्र में रोशनी गोलों का भी प्रयोग कर रहे हैं। उधर इस आतंकी हमले के बाद पुंछ-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरनकोट से बिंबरगली के बीच सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है।
मुठभेड़ के दौरान घायल हुये दो राइफलमैन शहीद हो गये हैं। सेना ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की। सेना ने जानकारी दी कि शहीद होने वाले दोनों जवान राइफलमैन हैं और इनमें से काई भी जूनियर कमीशन अधिकारी नहीं है।
दोनों राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी (26) और योगंबर सिंह (27) उत्तराखंड के रहनेवाले थे। दोनों गुरुवार को नियंत्रण रेखा पर आतंकवाद रोधी अभियान के दौरान घायल हो गये थे। जम्मू स्थित रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया नर खास वन क्षेत्र में आतंकवादियों के खिलाफ सेना का अभियान अभी भी जारी है। उन्होंने कहा, अभियान के दौरान भारी गोलीबारी हुई जिसमें राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी और योगंबर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गये और बाद में शहीद हो गए।