मोदीजी के पर्सनल फोन पर रिंग बजी…,
नम्बर मुंबई से था…,तो मोदीजी ने उठा लिया…,
“ननननन…,नमस्ते मोदीजी…,
मैं शाहरुख खखख…,खान बोल रहा हूँ…,”
“नमस्कांर शांहरूंख जी…,
आंशा कंरता हूँ सब कुंशल मंगल होंगा…,”
“ममम…,मोदीजी मैंने आपको इसलिए फोन किया क्योंकि……….”
“अंरे ये कैंसी बांत कर रहे हैं…,
शांहरूंख जी आंप एक बेंहतरीन अभिनेता हैं…,
आपने कंला के क्षेत्र में दुनियांभर में…,
भारत का सीना चौंड़ा किया है…,
आंप मुझे कभी भीं फोन कर सकतें हैं…,”
“मोदीजी वो सब ठीक है….,
ललल…,लेकिन इसवक्त……….”
“शांहरूंख जी सिंर्फ इसवक्त ही नहीं…,
आंप मुझे रांत दिन सुंबह शाम…,
कभी भीं फोन कर सकते हैं…,
आंपने जो पिछलें तीस सालों से भांरतीय सिनेमा में जो योंगदान दिया है…,वो किसीं से अछूता नहीं हैं…,”
“दरसल बात ये है कि…,
मेरा ललल….,लड़का………..”
“लंड़के से यांद आया शांहरूंख जी…,
आंजकल ये नए लड़के-लड़कियां रांजनीति में रुचि नहीं दिखां रहे हैं…,और इसलिएं हमारी सरकांर एक जागरुंकता अभियान लां रही है…,
और मैं चाहता हूँ आंप इसके अभियान के अम्बेसडर बनें…,वो भी मुफ्त में…,
क्योंकि अक्षयं तो आंजकल पैसें मांगने लगा हैं…,”
“ज़रूर मोदीजी मैं सब करूँगा…,
आप जो कहोगे मैं सब करूँगा…,
बस वो मेरा……….”
“भौंत भौंत धन्यवान्द शांहरूंख जी…,
मुझे आंपसे यही आंशा थी…,
अंगले हफ्ते इस अभियान से जुड़ी टीम आंपके यहाँ पहुँच जाएगी…,आप तैंयार रहिएगा भाईसाँहब…,”
“लेकिन ममम…,मोदीजी वो…….,..”
“ शांहरूंख जी…,
आपकों धन्यवान्द कहने कीं ज़रूरत नहीं…,
चलिएं अब तो बातें होंती रहेंगी…,
अब रखतां हुँ…,भौंत भौंत नमस्कारं…,”
शाहरुख फोन रखते हुए…,
“यार मोदीजी अपने आगे किसीकी सुनते ही नहीं…,”
मोदीजी फोन रखते हुए…,
“तुम्हारे जैसे हर भों@di वाले की सुना रहता…,
तो आज मोदी, मोदी नहीं होता…,”🙂