समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 24जुलाई। महाराष्ट्र के कई इलाकों में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है। बारिश की वजह से पिछले दो दिनों में 129 लोगों की मौत हो गई है वहीं कुछ लोगों के अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका है. बता दें कि पिछले 24 घंटों में रायगढ़, रत्नागिरी और सतारा में हुई भारी बारिश की वजह से कई जगहों पर हुई दुर्घटनाओं में कई लोगों ने जान गंवा दी है. बाढ़ग्रस्त इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ के अलावा नौसेना ने भी मोर्चा संभाल रखा है।
महाराष्ट्र के समुद्रतटीय कोंकण, रायगढ़ और पश्चिम महाराष्ट्र में पिछले तीन दिनों से मूसलधार बारिश हो रही है। बता दें कि इसी क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध पर्यटनस्थल महाबलेश्वर में पिछले तीन दिनों में 1500 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है। भारी बारिश के कारण रत्नागिरी जिले के चिपलूण शहर का बड़ा हिस्सा गुरुवार को जलमग्न था. शुक्रवार को चिपलूण में जलस्तर कम होने के बाद वहां हुए नुकसान की भयावहता दिखाई दे रही है।
वहीं, महाराष्ट्र के कई इलाकों में पहाड़ों पर भूस्खलन होने से सौ से अधिक लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. भूस्खलन के अलावा कई लोग बाढ़ के तेज बहाव में बह गए हैं।
तटीय जिले रायगढ़ में भूस्खलन से गांव दबने से अब तक 36 की मौत हुई तो वहीं मुंबई में एक मकान गिरने से चार लोगों की मौत हुई व सात घायल हुए हैं. इसके अलावा सतारा व रायगढ़ में अलग-अलग घटनाओं में 28 लोंगों की जान चली गई है. महाबलेश्वर, नवाजा, रत्नागिरी, कोल्हापुर में भारी बारिश ने बाढ़ का रूप ले लिया और सैकड़ों गांवों से संपर्क टूट गया है।