समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 20जुलाई। जहां एक तरफ देश में कोरोना के तीसरी लहर की चर्चा तेज हो रही है वहीं आज नई दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक ने बड़ा बयान दिया है। डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि देश में विद्यालयों को फिर से खोलने पर विचार करना चाहिए। बता दें कि पिछले साल मार्च में कोरोना संक्रमण की दर को कम करने के लिए विभिन्न तरह के प्रतिबंध लगाए गए थे। जिसके तहत भारत के अधिकांश विद्यालय बंद करने के निर्देय दिए गए थे। तब से ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। जबकि केंद्र सरकार ने पिछले अक्तूबर में विद्यालयों को चरणबद्ध तरीके से फिर से खोलने की अनुमति दे दी थी। हालांकि तुरंत बाद निर्णय वापस भी ले लिया गया था।
डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि मैं उन जिलों में विद्यालयों का फिर से खोलने की बात कर रहा हूं, जहां कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी कम है। विद्यालयों को फिर से खोलने की योजना वहीं बनाई जाए जहां 5 फीसदी से कम पॉजिटिव दर हो।
प्रसिद्ध पल्मोनोलॉजिस्ट और कोविड -19 पर बनी भारत के टास्क फोर्स के सदस्य ने भी कहा कि अगर संक्रमण फैलने का संकेत मिलता है तो विद्यालयों को तुरंत बंद किया जा सकता है। लेकिन जिलों को अल्टर्नेटिव दिनों में बच्चों को विद्यालयों बुलाने का विकल्प तलाशना चाहिए और फिर से खोलने के अन्य तरीकों की योजना बनानी चाहिए।