अगर आप कर रही मां बनने की तैयारी तो प्रेग्नेंसी से पहले कराएं ये टेस्ट, शारीरिक और मानसिक परेशानी से भी मिलेगी निजात

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 14जुलाई। कोरोना काल में स्वस्थ बने रहेना बहुत बड़ी चुनौती है। ऐसे में अगर मां बनने की तैयारी कर रही है तो और भी प्रिकॉशन की जरूरत है। क्योंकि घर हो या ऑफिस का तनाव गर्भवती महिला और उसके आने वाले बच्चे पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। इसलिए प्रेग्नेंसी कनसिव करने से पहले महिलाओं को अपना हेल्थ चेकअप जरूर कराना चाहिए। इससे शारीरिक और मानसिक दोनों परेशानियों का पता लग जाएगा और आगे के लिए बेहतर ही होगा।

बच्चे की प्लानिंग करने से पहले शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहने बेहद जरूरी है। इसलिए जब तक दोनों रूप से महिलाएं सक्षम नहीं होंगी, तब तक बच्चे की प्लानिंग नहीं करना चाहिए। डॉक्टरों का कहना है कि कई बार महिलाएं प्रेग्नेंट होने के डर से गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल चिकित्सक की सलाह के विरुद्ध कर लेती हैं, जिससे शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

बच्चे की प्लानिंग से पहले कपल को अपना हेल्थ चेकअप भी ठीक से करा लेना चाहिए। ऐसे में अगर कपल में कोई स्वास्थ्य समस्या निकलती है, तो कपल को पहले अपनी समस्याओं को लेकर डॉक्टर से बात करनी चाहिए। महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान थायरॉयड और हीमोग्लोबिन की भी समस्या हो जाती है। इससे भी सतर्क रहने की जरूरत होती है।मेडिकल प्रॉब्लम होने पर डॉक्टर महिला को डाइट के साथ ही कुछ ऐसी सावधानियों के बारे में भी बताते हैं, जो मां और बच्चे की सुरक्षा कर सकें। अगर महिला को किसी प्रकार की समस्या नहीं है तो उन्हें बिना स्ट्रेस लिए पौष्टिक आहार और एक्सरसाइज करनी चाहिए। 35 वर्ष की उम्र के बाद प्रेग्नेंसी प्लान कर रही हैं तो ऐसी स्थिति में समय पर गायनेकोलॉजिस्ट के पास जाना जरूरी है। पिछले कुछ सालों में एंडोक्राइन से जुड़ी समस्या या अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं गर्भधारण में देखने को मिल रही हैं। इससे फर्टिलिटी भी प्रभावित हो सकती है। ऐसे में गायनेकोलॉजिस्ट गर्भधारण करने के सुरक्षित तरीके के बारे में बता सकतीं हैं।

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