पिछले लॉकडाउन के बाद अब कोरोना कर्फ्यू में लगातार बाजार बंद होने से परेशान व्यापारियों ने किया धरना प्रदर्शन
समग्र समाचार सेवा
देहरादून, 15जून। पिछले लॉकडाउन के बाद अब कोरोना कर्फ्यू में लगातार बाजार बंद होने से परेशान व्यापारियों का सब्र का बांध टूटने लगा है ।इसी संदर्भ में सभी व्यापारीयों ने सांकेतिक धरना दिया, व्यापारियों नें सांकेतिक धरने में शामिल होकर अपना सहयोग दिया । बासघाट, जबरखेत, टेहरी बस स्टैंड, मल्लिन्गार, चार दुकान, लाल टिब्बा, सीसटर बाज़ार, लंडौर बाज़ार, साउथ रोड, घंटाघर, कुलरी बाज़ार, झुलाघर, किताबघर, हुस्सैंगंज, किनक्रैग, चमन एस्टेट, धुमांगंज, काला स्कूल, स्प्रिंग रोड, हाथी पाओं, केम्प्टी रोड, हैप्पी वेली, अकादमी, बाला हिसार, बर्लोगंज, झरिपानी, भट्टा रोड, गज्जी बेन्ड आदि के व्यापारियों ने अप्ने अपने स्थलों से धर्ना देकर आक्रोश जाहिर किया ।
हमारे नारे व सरकार से मांगे
– व्यापारियों का उत्पीडन बन्द करो, सभी दुकान खुलने दो, पानी बिजली के बिल माफ करो, ऋण का ब्याज माफ करो, लॉकडाउन अवधी में व्यापारी के नुक्सान की आर्थिक भरपाई हो, कर्मचारियों का वेतन दो, पालिका अपनी दुकानों का किराया माफ करो, पर्यटक स्थल मसूरी झील, कंपनी गार्डन, गन हिल खोलो, हाउस टैक्स माफ करो, पालिका अस्सेमेंट कम करो, पालिका म्यूटेशन फीस कम करो, मॉल रोड परमिट में छूट दो, व्यापारियों व उनके कर्मचारियों का टीकाकरण प्राथमिकता पर करो, होटल/होम स्टे लॉजिंग फीस माफ करो, व्यापारियों को आर्थिक पैकेज दो, मजदूर, रिक्शा चालक, टैक्सी चालक को आर्थिक पैकेज दो
व्यापारियों ने कहा कि हमारी दुकानें बंद करवा दी, व्यापारियों को दो भागों में बांट दिया गया, कुछ की दुकानें खुली हैं और कुछ की बंद करवा दी गई है । हम कोविड गाइडलाइन के अनुसार कार्य करने के लिए तैयार हैं, हम अपने परिवार का पेट कहां से भरें।व्यापारियों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। वर्तमान स्थिति के बीच प्रदेश सरकार को कोई रास्ता निकालने का प्रयास करना चाहिए ।
बाजार बंद करने से व्यापारियों के सामने किराया, भरणपोषण और बिजली पानी तक का भुगतान करने के लिए पैसे नहीं हैं।व्यापारी हमेशा पुलिस, प्रशासन और सरकार के साथ खड़े रहे, लेकिन शासन-प्रशासन को भी अब व्यापारियों के हित पर मंथन करना चाहिए। वर्तमान में कोरोना संक्रमण के सामान्य होने पर सभी दुकानों को खोले जाने की मांग है।
व्यापारियों ने अपने ही सरकार से राहत की मांग करने के लीये प्रदर्शन किया, व्यापारियों ने सरकार से व्यापारियों को राहत देने की मांग की है । व्यापारियों का कहना है कि लंबे समय से कोरोना संक्रमण के चलते लगे लॉकडाउन से उनका व्यापार बिल्कुल चौपट हो गया है. मगर सरकार व्यापारियों के बारे में सोचने को तैयार नहीं है , आखिर व्यापारी जाएं तो जाएं कहां, व्यापारियों ने सांकेतिक रूप अपनी पीड़ा और आक्रोश व्यक्त किया है, अभी भी अगर सुनवाई नहीं हुई तो आगे प्रदर्शन जारी रहेगा.
सरकार कोई राहत या पैकेज नहीं दे रही है और न ही व्यापारियों की सुध ले रही है.
उन्होंने कहा कि सरकार लॉकडाउन पर लॉकडाउन लगाए जा रही है. सारे टैक्स व्यापारी देता है मगर आज जब व्यापारी के परिवार रोजगार और व्यापारी संकट में है तो सरकर व्यापारियों के साथ कहीं भी खड़ी नजर नहीं आ रही है , सरकार नहीं जागती है तो इससे भी बड़ा और बुरा आंदोलन करेंगे । क्योंकि व्यापारी तो मर चुका है, पिछले साल कोई राहत नहीं दी और न ही कोई व्यापारियों की सुनने के लिए सामने आया है.